पुरोला/मोरी uttarkashi,, ‘गोविंद वन्य जीव राष्ट्रीय उद्यान’ में रहने वाले वाशिंदों ने सूपिन रेंज में तैनात रेंजर पर वन्यजीवों के हमलों से पीड़ित लोगों की अनदेखी करने के आरोप लगाए हैं। जनप्रतिनिधियों ने सोमवार को एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेज रेंजर के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की गुहार लगाई है। वहीं रेंजर ने सभी आरोप निराधार बताए।
सोमवार को मोरी विकासखंड में स्तिथ ‘गोविंद वन्य जीव राष्ट्रीय उद्यान’ में रहने वाले जनप्रतिनिधियों ने सूपिन रेंज में तैनात रेंजर पर वन्यजीवों के हमले में घायल लोगों से दुर्व्यवहार करने के संबंध में उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन के अनुसार बीते शनिवार को ओसला गांव में भालू के हमले से घायल युवक की मौत हो गई थी। इस संबंध में वहां तैनात रेंजर से पीड़ित के परिजनों ने बात करनी चाही। लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। इतना ही नहीं रेंजर द्वार पूर्व में भी वन्यजीवों के हमले में घायल व्यक्तियों की बात को नजर अंदाज किया जा रहा है। कहा रेंजर से जब भी जंगली जानवरों द्वारा हमले की बढ़ती समस्या पर वार्ता करने को कहा जाता है, तो यह अधिकारी सुनने को भी तैयार नहीं होता है। कहा रेंजर का क्षेत्र की जनता के प्रति हमेशा से ही नकारात्मक व्यवहार रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से रेंजर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गुहार लगाई है। वहीं मामले को लेकर जब yamunotritimes news portal के संपादक ने फोन के माध्यम से रेंजर गौरव अग्रवाल से संपर्क किया तो, उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताते वन्यजीवों के हमले में घायल पीड़ितों से हकीकत जानने के लिए संपर्क करने की बात कही।
ज्ञापन देने वाले
क्षेत्र पंचायत सदस्य जखोल संजय सिंह रावत, समाजसेवी राजपाल सिंह रावत, पूर्व जिलापंचायत सदस्य रणदेव सिंह कुंवर, गंगा सिंह रावत, प्रह्लाद पंवार, सूरज सिंह रावत, कृष्णा राणा रहे।