- यमुनाघाटी में बारिश न होने से खराब हुई सेब, गेहूं, टमाटर, आडू, खुमानी, पुलम व नाशपाती की फसलें
नौगांव uttarkashi,, सेवरी फल पट्टी इन दिनों सूखे की मार झेल रही है। जिस कारण काश्तकारों के सामने रोजी–रोटी का संकट खड़ा हो गया है। काश्तकारों ने राज्य सरकार से बारिश न होने से खराब हुई फसलों का उचित मुआवजा देने की मांग की है।
सूखे की मार झेल रहे काश्तकार अरविंद मोहन परमार (गुडडू), गजेंद्र नौटियाल, बाल मोहन परमार, राकेश राणा, खुशीराम नौटियाल, चंद्रमोहन परमार, विजय बंधानी, मुकेश, अमित, प्रभात बिजल्वाण का कहना है कि बरसात न होने से सेब के पेड़ सूखने लगे हैं, जिससे पेड़ों पर लगे फूल झड़ गए, गर्मी बढ़ने से अलग–अलग प्रकार की बीमारियां देखने को मिल रही है। जिस कारण सारी सेब की फसल बर्बाद हो गई है। काश्तकारों के सामने रोजी–रोटी का संकट आ खड़ा हो गया है। काश्तकारों ने राज्य सरकार से सूखे के कारण खराब हो रही फसल का उचित मुआवजा देने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ न्याय पंचायत तियां क्षेत्र के कफनौल, दारसौं, धारी, तियां और बजलाडी में सूखे के कारण सेब, गेहूं व टमाटर, आडू, खुमानी, पुलम की फसल बर्बाद हो गई है। जिससे अब किसानों को रोजी-रोटी की चिंता सताने लगी है। पीड़ितों ने स्थानीय प्रशासन से मौके का मुआयना कर फसलों का उचित मुआवजा देने की मांग की है।