बड़कोट uttarkashi,, “स्वच्छता अभियान” की धज्जियां उड़ाता यमुनाघाटी में सफाई का जिम्मा संभालें सुलभ शौचालय वाले। सुलभ शौचालय में न ही पानी की व्यवस्था, ना ही साफ–सफाई। केवल दुर्गंध ही आती रहती है। जिससे लोग परेशान हैं, सुनने वाला कोई नहीं है?
नगर पालिका बड़कोट के सबसे व्यस्ततम मुख्य चौराह टैक्सी स्टैंड के पास स्तिथ सुलभ शौचालय की हालत बेहद ही खराब है। यहां दुर्गंध ही दुर्गंध आती रहती है। इसका सबसे बड़ा कारण शौचालय में पानी न होना है। समाजसेवी अजय सिंह रावत का कहना है कि इस मामले को लेकर कई बार सुलभ शौचालय की देखरेख कर रहे सुपरवाइजर के साथ बात भी हुई। लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं है। वह इसको केवल यात्रा सीजन में ही चालू रखता है। और दिन कभी पानी नहीं, तो कभी शौचालय पर ताले ही लगे मिलते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पानी का बिल न देना है। बिल जमा न होने के चलते जल संस्थान वाले कई बार कनेक्शन ही काट के चले जाते हैं। जिस कारण स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियां को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने व्यस्था ठीक ढंग से सुचारू नहीं करने पर आंदोलन को चेताया है। यमुनोत्री टाइम्स द्वारा जब इस बारे में व्यवस्था को संभाल रहे सुपरवाइजर से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद आ रहा था।
“मामला संज्ञान में नहीं है, अगर ऐसा कुछ है तो मामले को दिखवा कर व्यवस्था जल्द सुचारू करा दी जाएगी।–मुकेश चंद रमोला, एसडीएम बड़कोट।