मोरी uttarkashi,, वर्ष भर कठिन परिस्थितियों में शहर/बुग्यालों में चरान/चुगान के बाद भादों माह में अपने गांव खेड़मी पहुंचे भेड़ पालकों (भेड़ालों) की कुशल क्षेम पूछकर ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया है। हर वर्ष इसी माह भेड़/बकरियों से ऊन निकाली जाती है।
ग्राम प्रधान खेड़मी सुरेन्द्र देवजानी ने बताया की अपनी भेड़ों के साथ 11 माह बाद गांव पहुंचे भेड़ालों का ग्रामीणों द्वारा कुशल क्षेम पूछकर भव्य स्वागत किया गया है। इस बार विनेश सिंह, मनोज सिंह, जयराम सिंह, दरमियान सिंह, शीशपाल सिंह, वीनक सिंह, ज्ञान सिंह, रणदेव सिंह, मनित सिंह, रमेश सिंह, संजय सिंह, अचिन सिंह, रंजन सिंह बलवीर सिंह, सूरज मोहन आदि भेड़ाल थे। सभी भेड़ाल सकुशल घर पहुंचे हैं। उन्होंने भेड़ालों की आजीविका के व्यवसाय के लिए सरकार द्वारा ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है। कहा क्षेत्र में भेड़ पालकों के लिए छोटे–छोटे लघु उद्योग की आवश्कता है, जिससे की भेड़ों से ऊन निकालने के बाद भेड़ पालकों को मुनाफा हो सके। उन्होंने राज्य सरकार से भेड़ पालकों के कठिन परिश्रम को देखते उनका जीवन बीमा करने की अपील की है।
ये रहे उपस्थित : जगमोहन सिंह, विनेश सिंह, अनिल सिंह,अनिल आर्य, सोबेंद्र सिंह, दीपक सिंह, दफ्तर सिंह, खजान लाल, रमेश सिंह, जयराम सिंह, राजेंद्र सिंह, रणदेव सिंह, सुनील सिंह, प्रवीन सिंह,भजन लाल, मोहन सहित दर्जनों ग्रामीण रहे।