बड़कोट uttarkashi,, बड़कोट नगर पालिका में पिछले काफी सालों से पेयजल के लिए त्राहिमाम मचा है। लोग पेयजल के लिए दर–दर भटकने को मजबूर हैं। लेकिन लगता है कि अब जल्द ही बड़कोट नगर पालिका वासियों को पेयजल संकट से निजात मिलने वाली है। क्योंकि अब मोर्चा युवाओं के मसीहा और बिना किसी पद पर रहते समाजसेवा कर रहे विनोद डोभाल ‘कुतरू’ ने हाथ बढ़ाया है।
युवा समाजसेवी विनोद डोभाल ’कुतरू’ ने विद्युत विभाग और जल संस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक कर पॉल गांव सुरंग के पास बोरिंग कर पंप के जरिए मुख्य सप्लाई टैंक में पानी सप्लाई कर समस्या का समाधान करने हेतु हर संभव सहयोग करने को कहा है। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को विश्वास दिलाया कि इस के लिए धन की कोई बाधा नहीं आयेगी। यहां जल्द एक/दो दिन में बोरिंग का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। लेकिन यह बात कुछेक नेताओं को रास नहीं आ रही है। और उन्होंने इसमें राजनीति करनी भी शुरू कर दी है। अब देखना होगा कि यह काम धरातल पर उतरता है या राजनीति की भेंट चढ़ता है?
कहीं गहराता पेयजल संकट पूर्व पालिकाध्यक्षों की अनदेखी तो नहीं!
ज्ञातव्य हो कि यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव बड़कोट नगर पालिका में कुछ सालों से लगातार पेयजल की समस्या बनी है। बड़कोट नगर पालिका में आबादी तो लगातार बढ़ते चली गई, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने बड़कोट पालिका को पेयजल संकट से उभारने की नहीं सोची। बड़कोट में आज भी 44 वर्ष पहले निर्मित पेयजल योजना से ही काम चलाया जा रहा है, जो नाकाफी है और पेयजल संकट बना है।
क्या कहना है जलसंस्थान के एसडीओ देवराज तोमर का…
नगर पालिका के कई वार्डों में जल स्रोत में कम पानी होने के चलते पेयजल की दिक्कत बनी है। यह पेयजल योजना 1980 में बनी थी। विभाग ने यहां दो और स्रोत टेप किए हैं। 30 अप्रैल से यहां ट्रायल बोरिंग का कार्य शुरू किया जा रहा है। प्रयाप्त पानी होने पर यहां 250 एमएम का बोरिंग कर पुरानी पेयजल योजना से इसे जोड़ दिया जाएगा। सोमवार से बड़कोट नगर पालिका के वार्ड 1,2,3 व 4 में सुबह 6 से 8 बजे तथा वार्ड 5, 6 व 7 में शाम को 6 बजे से 8 बजे तक पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही सड़क मार्ग से लगे लक्ष्मी नारायण मंदिर, हैलीपैड, सरूखेत, आईआईटी गली, रामलीला ग्राउंड आदि क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से लगातार पेयजल आपूर्ति की जा रही है।