पुरोला uttarkashi,, “जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन” की थीम पर टौंस वन प्रभाग द्वारा क्षेत्र में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। प्रभाग द्वारा सभी 28 वन अनुभाग में एक ‘हरेला वन’ की स्थापना की गई है। इन हरेला वनों में ही आगामी पांच वर्ष तक वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भी प्रभाग द्वारा क्षेत्र में व्यापक वृक्षारोपण की तैयारी की जा रही है।
डीएफओ सुबोध कुमार काला ने आपके पसंदीदा न्यूज पोर्टल यमुनोत्री टाइम्स को जानकारी देते बताया कि हरेला कार्यक्रम के तहत टौंस वन प्रभाग द्वारा वन पंचायतों के माध्यम से क्षेत्र में वृहद स्तर पर फलदार, चारापति आदि पौधों का वृक्षारोपण कार्यक्रम का चलाया जा रहा है। टौंस वन प्रभाग के 28 वन अनुभाग में 3 से 5 हेक्टेयर भूमि पर एक–एक हरेला वन की स्थापना की गई है। इन हरेला वनों में फल एवं चारा प्रजाति के पौधों को रोपित किया जा रहा है। आगामी पांच वर्षों तक इन्ही हरेला वन में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जाएगा। “आजादी के अमृत महोत्सव” के अवसर पर भी टौंस वन प्रभाग द्वारा क्षेत्र में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण अभियान की तैयारी की जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत टौंस वन प्रभाग के पांच रेंजों में 27 गांव का चयन किया गया हैं। इन गांवों में से प्रत्येक गांव से 25–25 काश्तकारों को चिन्हित किया गया है। एक काश्तकार को तीन–तीन पौध वृक्षारोपण हेतु प्रदान की जाएगी। पौध के लिए उद्यान विभाग के साथ डील हो चुकी है।