नौगांव/पुरोला/मोरी uttarkashi,, यमुनाघाटी के तीनों विकासखंडों की सैकड़ों बेटियां “नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना” नियमावली में हुए संशोधन के बाद यमुनाघाटी के तीनों विकासखंडों की सैकड़ों बालिकाएं पात्र से अपात्र हो गई। जिसके कारण परिजनों में भारी रोष व्याप्त है। परिजनों ने इस योजना के लाभार्थियों को पूर्व की नियमावली के तहत लाभ देने की अपील की है। उन्होंने ऐसा नहीं करने पर धरना/प्रदर्शन को चेताया है। वहीं नियमावली में बदलाव से सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं?
ज्ञातव्य हो कि उत्तराखंड सरकार ने बेटियों की उच्च शिक्षा में परिजनों की आर्थिकी रोड़ा न बने, इसके लिए “नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना” चला रखी है। लेकिन इस साल योजना के नियमावली में अचानक हुए बदलाव से झटके में हजारों बेटियां पात्र से अपात्र हो गई। नियमावली में बदलाव के बाद पात्रता के प्रमाण के लिए जो अतिरिक्त डॉक्यूमेंट मांगे गए हैं, उन्हें बेटियों के परिजन लाख कोशिश करने के बाद भी नहीं जोड़ पा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि जब योजना का लाभ लेने के लिए पूर्व नियमावली की शर्त के आधार पर बाल विकास विभाग के दफ्तर पहुंच रहे हैं, तो संबंधित अधिकारी कभी कहते हैं कि भवन कर लगाओ, तो कभी कहते हैं कि आप प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करते हैं, कभी कहते है आप 12th के बाद आगे पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। इसलिए आपको योजना का लाभ नहीं मिलेगा। परिजन दूर दराज से बाल विकास विभाग के दफ्तर तो पहुंचते हैं लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। जिसके कारण बेटियों/परिजनों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने जल्द योजना की नियमावली को पूर्व की भांति नहीं करने पर धरना/प्रदर्शन को चेताया है।