ब्रह्मखाल uttarkashi,, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सिलक्यारा में टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेकर टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में जानकारी ली।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तीव्र गति, एवं पूरी सावधानी के साथ अंतिम चरण के रेस्क्यू ऑपरेशन को संचालित किया जाए। उन्होंने कहा यह अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा रेस्क्यू अभियान है। टनल में फंसे 41 लोगों की बहुमूल्य जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी हम सब पर है। अभियान में जुटे लोगों को पूरी दक्षता, क्षमता, तत्परता और सावधानी के साथ मिशन को कामयाब बनाने में दिन रात जुटे रहना होगा। इस काम के लिए संसाधनों की कोई भी कमी नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल (सेनि) बीके सिंह, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन, अपर सचिव (सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) एवं एमडी NHIDCL महमूद अहमद, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, विधायक संजय डोभाल, सुरेश चौहान, रेस्क्यू आभियान के समन्वयक सचिव डॉ. नीरज खैरवाल, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, डीएम अभिषेक रूहेला, SDRF कमाडेंट मणिकांत मिश्रा, एसपी अर्पण यदुवंशी सहित अन्य लोग रहे।
सीएम ने की बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मातली में स्थापित अस्थाई कैंप कार्यालय से ही शासकीय पत्रावलियों का निस्तारण किया और सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की। सीएम सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों की सकुशलता के लिए बुधवार से मातली में ही डटे हैं। शासकीय कार्य बाधित न हो, इसके मद्देनजर मातली से ही सीएम का अस्थाई कैम्प कार्यालय संचालित हो रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने जरूरी शासकीय पत्रावलियों को निस्तारित करने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शाम को सिलक्यारा पहुंचकर वहां चल रहे रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण किया और अभियान में जुटी टीम से वार्ता कर जानकारी ली।