पुरोला uttarkashi,, जरमोला स्थित उद्यान विभाग में नर्सरी एवं प्लांट के नाम पर एक फर्म द्वारा भारी धांधली की जा रही है। इस मामले में विधायक दुर्गेश्वर लाल गत कई दिनों से उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे है लेकिन अधिकारीयों द्वारा मामले को रफा/दफा करने की कोशिश की जा रही है। जरमोला स्तिथ उद्यान परिसर में करोड़ों की लागत से लगाई गई सेब नर्सरी व रूट स्टॉक पौध रोपण में अनियमिताओं को लेकर स्थानीय नागरिकों के साथ विधायक मुखर हैं। विधायक दुर्गेश्वर लाल ने जांच टीम के साथ जरमोला उद्यान का निरीक्षण कर उद्यान निदेशक पर अनियमिताओं का आरोप लगाया। मौके पर मौजूद भारी संख्या में स्थानीय बागवानों की उपस्थिति में विधायक ने उद्यान में लगे रूट स्टॉक के पौधों को मामूली कोशिश से उखाड़ कर संयुक्त जांच टीम को हकीकत से रूबरू कराया। इस दौरान साथ में मौजूद स्थानीय बागवानी विशेषज्ञों का कहना है कि ये पौधे रूट स्टॉक किसी भी दृष्टि में नहीं है, जिससे लगता है कि ये पौध सेब की खराब टहनियों से तैयार की गई लगती है। वहीं जांच टीम में शामिल जिला उद्यान अधिकारी ने भी जरमोला उद्यान में लगाई गई रूट स्टॉक की निम्म गुणवत्ता के बारे में पूछे गए प्रश्न पर सहमति जताई है। उसके बाद स्थानीय बागवानों ने सड़क जाम कर उद्यान विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग की। विधायक दुर्गेश लाल के समझाने व मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामले को ले जाने की बात पर ही बागवान सड़क से हटे तब जाकर वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई।
विधायक ने सैंपल के लिए एसडीएम को गिफ्ट किए सूखे पौध : उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा को विधायक दुर्गेश ने सेब के सूखे व निम्न गुणवत्ता वाले पौधों को जांच हेतु सैम्पल के लिए सुरक्षित रखने के निर्देश दिए। एक दिन पहले समाचार पत्रों में जॉच टीम के हवाले से छपी खबर जिसमें विधायक के आरोपों को निराधार बताया गया था। इसको लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने जांच को गतिमान बताया। उन्होंने कहा कि जांच टीम द्वारा न विधायक के आरोपों की पुष्टि की गई है और न ही आरोपों को निराधार बताया गया है।