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Breking news : टौंस वन प्रभाग में आवंटित लाॅटो की आड़ में काटे गए देवदार/कैल के हरे पेड़ो के अवैध कटान मामले की जांच पर सवालिया निशान!

  • मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल ने मामले में फिर बिठाई जांच, दो डीएफओ ने क्षेत्र में डाला डेरा 

पुरोला uttarkashi,, टौंस वन प्रभाग के सांद्रा, देवता व कोठीगाड रेंज में वन निगम द्वारा आवंटित लाॅटो की आड़ में देवदार एवं कैल के हरे पेड़ो के अवैध पातन मामले में पूर्व में की गई जांच पर उठ रहे सवालिया निशान! क्योंकि मामले को लेकर  मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल ने फिर जांच बिठा दी है। दो डीएफओ क्षेत्र में जांच को लेकर डेरा डाले हैं। मामले में कुछ बड़े अधिकारियों पर गाज गिरनी लगभग तय मानी जा रही है। हालांकि पूर्व में की गई जांच के आधार पर डीएफओ टौंस वन प्रभाग सुबोध काला ने इस मामले में दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर कोठीगाड रेंज अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही सभी लाॅटो में कार्य बंद करने के निर्देश दिए हैं।

विकासखंड मोरी के टौंस वन प्रभाग के सांद्रा, देवता व कोठीगाड़ रेंज में वन निगम के लाॅटो की आड़ में कुछ वन माफियाओं द्वारा बीते वर्ष दिसंबर माह में भारी मात्रा मे देवदार/कैल के हरे पेड़ों के अवैध पातन करने का मामला सामने आया था। जिसकी शिकायत बंगाण क्षेत्र के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से की थी। ग्रामीणों ने सीएम को बताया था कि सांद्रा रेंज के सरास बीट, देवता रेंज के बामसू व कोठीगाड़ रेंज के चिंवा बीट में कुछ लोगों द्वारा वन निगम के लॉटो की आड़ में देवदार/कैल के सैकड़ों हरे पेड़ काट दिए गए हैं। ग्रामीणों ने वन निगम के प्रभागीय लौगिंग प्रबंधक पर वन निगम के लाॅटो के आवंटन करने पर भारी धांधली का आरोप लगाते हुए कहा था कि पूर्व में लाॅटो का आवंटन निविदाओं के माध्यम से किया जाता था लेकिन वन निगम के तत्कालीन डीएलएम ने इन लाॅटो का आंवटन टेंडर प्रक्रिया से न कर सीधे अपने चहेते लोगों को लाॅट आवंटित कर इसे विभागीय कार्य दिखाया गया है। ग्रामीणों द्वारा सीएम पोर्टल में शिकायत करने के बाद टौंस वन प्रभाग ने इस मामले में वन निगम व वन विभाग की एक जांच कमेटी गठित कर 37 वृक्षों के अवैध कटान की पुष्टि कर 8 लाख 91 हजार 600 रूपये का जुर्माना तय कर मामले की इतिश्री कर दी थी लेकिन बाद में मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत कुमार पटनायक ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करने हेतु दो टीमें गठित की थी । एक टीम में मयंक गर्ग सहायक वन संरक्षक उत्तरकाशी वन प्रभाग, वन क्षेत्राधिकारी कैम्पटी मसूरी, प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वन प्रभाग व दूसरी टीम में सुधीर कुमार सहायक वन संरक्षक लैंसडौन वन प्रभाग, वन क्षेत्राधिकारी बड़कोट देहरादून वन प्रभाग एवं प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून वन प्रभाग को शामिल किया गया था। दोनोः टीमों से मामले की जांच सहित गत तीन वर्षों में वन निगम को आवंटित लाॅटो की प्रजातिवार सूची एवं हक–हकूक, पीडी का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए थे लेकिन इस जांच का क्या हुआ किसी को भी पता नही है? अब मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल ने पुनः इस मामले में जांच करने के निर्देश दिए है। जांच अधिकारी प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी डीपी बलूनी व प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वैभव कुमार बंगाण क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। इस मामले में अब कुछ बड़े अधिकारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। इस मामले में एक फोरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया गया है। फोरेस्टर के निलंबन हेतु कंजरवेटर को लिख दिया गया है रेंज अधिकारी कोठीगाड से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सभी लाॅटो में कार्य बंद करने के निर्देश दिए गए है।

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