हनोल dehradun,, जौनसार–भावर के स्थानीय देवता चार भाई महासू महाराज का जागड़ा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। हर वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष पर आयोजित होने वाले मेले में लोगों ने दूर दराज से पहुंचकर महासू महाराज के दर माथा टेक कर अपने लिए सुख–समृद्धि मांगी है।
सोमवार को हनोल स्तिथ मंदिर में सुबह से ही जौनसार/भावर, रवांई, जौनपुर, हिमाचल सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटने शुरू हुए। पूरे रातभर मंदिर में दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। भक्तों ने रातभर जागरण कर रासों/तांदी नृत्य कर खूब मनोरंजन किया। मेले में हंस फाउंडेशन के सहयोग से विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। श्रद्धालुओं ने भंडारे का खूब आनंद उठाया है। इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल, भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री अजय कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवा मोर्चा नेहा जोशी, पूर्व विधायक राजकुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, भाजपा जिलाध्यक्ष ग्रामीण मीता सिंह, एसडीएम चकराता युक्ता मिश्रा सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही।
क्या है जागड़ा :चकराता तहसील के जौनसार बावर क्षेत्र के टौंस नदी के किनारे स्थित महासू मंदिर हनोल में स्थानीय देवता चार भाई महासू से सम्बंधित एक धार्मिक पर्व है। इस मेले का आयोजन भाद्रपद के शुक्लपक्ष की तृतीया–चतुर्थी को मनाया जाता है। जागड़ा पर पर महासू देवता की विशेष पूजा–अर्चना की जाती है। इस दिन भक्त व्रत रखकर महासू देवता मंदिर हनोल में रात्रि जागरण करते हैं। सुबह के समय ठानी (पुजारी) देवता की मूर्ति को यमुना में स्नान के लिए बाहर निकालते हैं।