पुरोला uttarkashi,, नगर पंचायत में स्तिथ कुमुदेश्वर महादेव (नागराज मंदिर) में क्षेत्रीय ईष्ट देव राजा रघुनाथ सहित रवाईं क्षेत्र की 19 देव डोलियों के सानिध्य में आज से भव्य कलश यात्रा के साथ 07 दिवसीय अष्टोत्तरशत (108) श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हो गया है।
श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन मुख्य व्यास पीठ पर विराजमान आचार्य शिव प्रसाद शास्त्री ने कथा प्रवचन कर भागवत महापुराण के महात्म्य पर प्रकाश डालते हए इस कथा को ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बताया। भागवत के महात्म्य की जानकारी देते आचार्य लोकेश बडोनी मधुर ने कहा की विश्व शान्ति, मानव कल्याण व पितृ मोक्षार्थ हेतु धर्म अध्यात्म भारतीय संस्कृति का महाकुंभ है। राष्ट्र ऋषि यमुना पुत्र आचार्य सुरेश उनियाल महायज्ञ की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “सकल लोक जग पावनी गंगा। मानव कल्याण व लोक परलोक में सुख–शांति के लिए इस प्रकार के यज्ञ समय–समय पर आयोजित हो ऐसा भगवान शिव मां पार्वती को बताते हैं। वहीं यज्ञ संचालक शेखर नौटियाल ने जानकारी देते बताया कि 31 मई से 6 जून तक आयोजित महायज्ञ में उत्तराखंड सहित विभिन्न क्षेत्रों से आये 108 कथा वक्ताओं व ब्राह्मणों द्वारा भागवत कथा का मूल पाठ किया जा रहा है।
ये रहे उपस्थित : नागराज मंदिर समिति अध्यक्ष उपेन्द्र असवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन चौहान, हरी मोहन नेगी, पवन नौटियाल, प्रवेश बहुगुणा, सचिदानंद नौटियाल, त्रेपन रावत, बलदेव नेगी, अनिल नौडियाल, वीरेन्द्र चौहान, ओम प्रकाश नौडियाल, दिनेश उनियाल, धीरेंद्र नेगी, गोविंद चौहान, लोकेश उनियाल, रितेश गोदियाल, दिवाकर उनियाल, तनुज असवाल, महीदेव असवाल, आकाश भारद्वाज, चंद्रमोहन कपूर सहित सैकड़ों श्रद्धालु रहे।