नौगांव uttarkashi,, जनपद के यमुनाघाटी के अस्पतालों में संसाधनों का भारी अभाव है, जिसके कारण अबतक कई प्रसव पीड़ित महिलाएं अपनी जान भी गंवा चुकी है। लेकिन रविवार रात्रि को करीब 9 बजे सुदूरवर्ती विकासखंड मोरी से एक केस सामुदायिक स्वास्थ केंद्र नौगांव में आया। नौगांव सीएचसी में स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनेकोलॉजिस्ट) भी नहीं है। उसके बावजूद नर्सिंग ऑफिसर निशा नौटियाल ने अपने अनुभव और सूझबूझ से 3 बच्चों को जन्म देने वाली महिला का नॉर्मल सुरक्षित प्रसव कराया है। तीनों बच्चे लड़के हुए हैं। इतना ही नहीं निशा नौटियाल ने उसी दिन दो ओर प्रसव भी कराए हैं। सभी जच्चा/बच्चा स्वस्थ हैं।
नर्सिंग ऑफिसर निशा नौटियाल ने बताया कि रविवार रात को नाइट ड्यूटी पर थी। इसी दौरान मोरी ब्लॉक के नैटवाड़ से प्रसव पीड़ित महिला सुनिधि पत्नी सुमन अस्पताल में आए। महिला के पास न तो अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट थी, ना ही खून की जांच की रिपोर्ट थी। प्रसव पीड़िता की जैसी स्तिथि थी, उसका ऑपरेशन ही मात्र एक उपाय था। तीनों बच्चों ने पेट के अंदर निकोनियम भी पास कर रखा था। और तीसरे बच्चे के गले में नाल भी फसी थी। उसके बावजूद भी निशा नौटियाल ने अपने अनुभव और सूझबूझ से महिला की नार्मल डिलीवरी करवाई है। बताया की इस केस में दो बच्चों का वजन 1 किलो 600 ग्राम था। जिसके बाद डॉक्टर आशीष असवाल ने चारों को देहरादून रैफर कर दिया। लेकिन परिजनों ने चारों को स्वस्थ देखते अपने घर ले गए हैं।
निशा नौटियाल नौगांव ब्लॉक के कोटियाल गांव की रहने वाली है और पुरोला ब्लॉक के खलाड़ी में ससुराल है। वह वर्ष 2021 से नौगांव सीएचसी में तैनात है। इससे पहले उन्होंने 4 साल तक देहरादून स्थित महंत इंद्रेश अस्पताल में और 1 साल बड़कोट सीएचसी में अपनी सेवाएं दी है। निशा नौटियाल अबतक कई सुरक्षित नॉर्मल प्रसव करा चुकी है। तीन बच्चों वाले केस में सुरक्षित प्रसव कराने के बाद अस्पताल के स्टाफ और स्थानीय लोग निशा की खूब प्रशंसा कर रहे हैं।