रिपोर्ट, रोबिन वर्मा
Dehradun,, बेरोजगार नर्सेस संघ ने शुक्रवार को निदेशक आयुर्वेदिक एवं यूनानी को नर्सिंग संवर्ग के ढांचे का पुनर्गठन, बेरोजगार नर्सेज के स्थाई पदों के सृजन के लिए ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कहा कि सरकार शीघ्र पद सृजित नहीं करती है, तो भूख हड़ताल शुरू की जाएगी।
बेरोजगार आयुर्वेदिक नर्सेज संघ का कहना है कि राज्य में 2009 से राजकीय व निजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज मे आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स करवाए जा रहें हैं। जिससे नर्सेस प्रत्येक वर्ष एडमिशन ले रही है, 2014 में शासन द्वारा 18 राजकीय पदों पर तथा 2018 में 30 पदों पर हर्रावाला विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्ति दी गई। लेकिन इसके बाद कोई नियुक्ति नहीं की गई। जिस कारण 2015 से प्रत्येक वर्ष नर्सिंग की पासआउट सभी नर्सेस बेरोजगार हैं। कहा कि आयुर्वेदिक नर्सिंग का डिप्लोमा निजी एलोपैथिक अस्पतालों मे मान्य नहीं होता तथा प्रदेश में कोई ऐसा निजी संस्थान नहीं है, जहां पर बेरोजगार नर्सेस को रोजगार मिल सके। इसके अतिरिक्त आयुर्वेदिक नर्सिंग डिप्लोमा लेने के पश्चात इस में स्नातक स्तर पर अग्रिम शिक्षा का कोई प्रावधान नहीं है जिससे नर्सेस को रोजगार के अवसर मिल सके।कहा दुर्भाग्य की बात है कि हम आयुष विभाग से जुड़े होने के पश्चात भी भविष्य अंधकार में दिखता नजर आ रहा है। जहां राष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेद को शासन/प्रशासन द्वारा प्रचार–प्रसार किया जा रहा है। धरातल पर शून्य है, वही बेरोजगार संघ का कहना है कि 2016 से लगातार बेरोजगार नर्सेस पदों की मांग कर रही हैं, लेकिन अभी तक पद सृजित नहीं हुए हैं, जबकि राज्य में 545 से ज्यादा राजकीय अस्पताल हैं जहां पर पद रिक्त चल रहे हैं। संगठन की महासचिव नीलम ग्रंथि ने सरकार द्वारा शीघ्र पद सृजित नहीं करने पर भूख हड़ताल पर बैठने को चेताया है।