पुरोला uttarkashi,, नगर पालिका पुरोला में आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए वार्ड–1 में गौ सदन तो बनाया है, लेकिन इस गौ सदन में पल रहे गोवंशों की हालत ठीक नहीं है। गौ सदन में न तो भरपूर चारे की व्यवस्था है। न ही पर्याप्त जगह है जिससे कई पशु बारिश में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं, बीते हफ्ते में 3 गौवंश जान गंवा चुके हैं। बुधवार को भी 1 गौ वंश की मौत हो गई।
सरपंच कविंद्र असवाल, बृजमोहन सिंह चौहान, रमेश दत्त, पूर्व प्रधान जयदेव चमियाल, त्रिलोक सिंह चौहान, चैन सिंह चौहान, जयवीर असवाल, जयेंद्र असवाल, विनोद राणा, महिदेव असवाल, मोती लाल, हरीश का कहना की गौ सदन की ठीक से देखभाल न होने से कई पशु पानी, कीचड़ और भूख से मर रहे हैं। देखभाल करने वाला कोई नहीं। आवारा पशु खेल मैदान में पड़े रहते हैं, जिससे बच्चों का खेलकूद भी प्रभावित हो रहा है। साथ ही नदी में कपड़े धोने के लिए जाने वाली महिलाएं भी परेशान हैं। कई बार लावारिश पशु बच्चों को मारने को भी पड़ते हैं। जिससे कई चोटिल भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि गौ माता की ऐसी दुर्गति देखी नहीं जा रही है। इसलिए गौ सदन को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए।
चारा तो मिलता है, ओ भी ना के बराबर!
नगर पालिका के वार्ड–1 में रहने वाले लोगों का कहना है कि गौ सदन के संचालक यहां कभी–कभार ही दिखते हैं। जिससे पशुओं को कई बार चारा तो छोड़ो पानी भी नसीब नहीं होता। जिससे अब तक कई पशु अपनी जान गवां चुके हैं। लोगों ने गौ सदन को अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट करने की मांग की है। उन्होंने पशुओं की पीड़ा को देखते सभी गौ वंश को रिया कर दिया है।
“ गौ सदन संचालन के लिए एक संस्था हायर की गई है। पशुओं के मरने का मामला संज्ञान में आया, जल्द मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाएगा। संस्था की व्यवस्था अगर ठीक नहीं पाई गई तो, अनुबंध खत्म कर नगर पालिका ही गौ सदन का संचालन करेगी”।–हर्षवर्धन सिंह रावत, ईओ नगर पालिका पुरोला।