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पुरोला जातर के आखरी सांस्कृतिक प्रोग्राम में खूब चला हिमाचली गायक एसी भारद्वाज का जादू 

पुरोला uttarkashi,, रवाईं वसंतोत्सव एवम विकास मेला (पुरोला की जातर) के आखरी सांस्कृतिक कार्यक्रम के दिन हिमाचली गायक एसी भारद्वाज, रोहणी डोगरा और ज्योति वर्मा ने अपने–अपने गानों का जादू बिखेरकर लोगों का खूब मनोरंजन किया। एसी भारद्वाज ने ‘बुरा लगा जमाना बेलूवें, डिगा डिगा डम डम डिगा, ठंडो रे ठंडो, कांची रे कांची’ सहित हिमचाली गानों की छटा बिखेरकर खूब वाही वाही बटोरी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन रंगकर्मी प्रेम पंचोली ने किया।

रवाईं वसंतोत्सव एवम विकास मेले के आखरी सांस्कृतिक प्रोग्रामों का शुभारंभ उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन सिंह नेगी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष मोरी कांग्रेस राजपाल रावत, रोजी सिंह सौंदाण, एडवोकेट शेर सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी, गोपाल केंतुरा, बिहारी लाल शाह ने सभी मुख्य अतिथियों का फूलमालाओं से स्वागत करते बैज अलंकृत कर शॉल ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह भेंट किए। मुख्य अतिथियों ने मेले के भव्य आयोजन के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष की प्रशंसा करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी है।

वहीं प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू की बहन ब्रह्माकुमारी सुषमा और सुभद्रा बहन ने मंच से प्रवचन कर मेलार्थियों को आध्यात्म ज्ञान से रूबरू कराकर लोगों को ईश्वरीय शक्ति का स्मरण करवाते योग और साधना का अभ्यास करवाया। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य अरुण रावत, गंभीर नेगी, देवराज नेगी, आशीष नेगी, गौतम असवाल, अंकित चौहान, मीना सेमवाल, सुलोचना देवी, नारायणी चौहान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

पुरोला की जातर में स्थानीय कलाकरों को वरीयता : पुरोला बाजार की जातर में इसबार नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी ने लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए रवाईं के नौगांव, पुरोला और मोरी के 75 स्थानीय कलाकरों को पहली बार मंच प्रदान एक अनोखी मिसाल पेश की गई। जो रवाईं के इतिहास में बहुत बड़ी उपलब्धि है। लोकल कलाकार अपनी संस्कृति की झलक अपने–अपने सुरों से मेला पंडाल में बिखेर रहे हैं। उनको सुनने/देखने ग्रामीण दूर–दराज से पहुंच कर उनकी हौसलाअफजाई कर उत्साहवर्धन कर रहे हैं।

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