- आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई सूचना में हुआ खुलासा, सुध लेने वाला कोई नहीं!
पुरोला uttarkashi,, यमुनाघाटी में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट (JJM) “जल जीवन मिशन” पार्ट–1 के पैसे लगाए गए हैं ठिकाने, कागजों में काम पूरा, लेकिन धरातल की स्तिथि कुछ और कर रही है बयां, सुध लेने वाला कोई नहीं। अब जब प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को ही पलीता लगाया जा रहा है, तो राज्य सरकार द्वारा कराए गए कार्यों का क्या हाल होगा। इसका अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं।
उत्तरकाशी जनपद के यमुनाघाटी में “जल जीवन मिशन” के कामों की उड़ाई जा रही है धज्जियां धरातल पर काम नहीं पेमेंट भुगतान एडवांस, सुध लेने वाला कोई नहीं। ताजा मामला विकासखंड पुरोला के पाणी गांव में जलसंस्थान और ठेकेदार द्वारा मानकों को ताक पर रख कार्य किया गए है। लोगों को कागजों पर कनेशन दे दिए गए, लेकिन धरातल से गायब। मामले का खुलासा तब हुआ जब आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा सूचना मांगी गई। यह हाल पाणी गांव का ही नहीं है, यमुनाघाटी के हर गांव का यही हाल है। ठेकेदारों द्वारा लाइन पुराने पाइप बिछाए गए हैं, ग्रामीणों को मात्र पाइप खड़ा कर कनेक्शन दिए गए हैं। जबकि लगने स्टैंड पोस्ट थे। उस पर लगाई गई टोंटी लोहे/प्लास्टिक की है। जबकि लगनी पीतल की थी। पाइप लाइन को दबाना ढेड़ फिट था! लेकिन लाइन दे दी खुले में, कई गांव में उखड़ भी चुकी है? कागजों में फर्जी कनेक्शन दर्शाए गए हैं। धरातल की स्तिथि कुछ और ही कर रही बयां! और सुध लेने वाला कोई नहीं है? इससे पहले विकासखंड नौगांव के भंकोली में भी सामने आया था मामला, गहनता से जांच हुए तो कई गांव में हो सकते हैं और धांधलियों के खुलासे ??