नौगांव uttarkashi,, केंद्र की मोदी सरकार देश के हर एक कोने को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने के बड़े–बड़े दावे तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है। इसका जीता जागता उदाहरण जनपद उत्तरकाशी के विकासखंड नौगांव की गढ़/खाटल पट्टी है। इस क्षेत्र में किसी भी कंपनी का मोबाइल टॉवर न होने के कारण लोगों को आज भी अपने परिचितों से बात करने के लिए (नेटवर्क रेंज) अपने घरों से काफी दूर जंगल में जाना पड़ता है।
सीमांत जनपद उत्तरकाशी के विकासखंड नौगांव की गढ़–खाटल पट्टी में गढ़, डाबरा, छीलोरा, मपा सौड़, कसलाना, चोपड़ा, कुमाली/न्यूडी और देवल गांव पड़ते है। क्षेत्र में मोबाइल कंपनी का कोई टॉवर नहीं लगा है। जिससे स्थानीय लोगों को आज भी अपने परिचितों से फोन पर बात करने के लिए सिग्नल रेंज में आने के लिए जंगल में कोसों दूर जाना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बारे में कई बार प्रशासन व पूर्व/वर्तमान विधायकों को मौखिक व लिखित पत्र भेजकर अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। उन्होंने स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री से क्षेत्र में मोबाइल टॉवर लगाने की गुहार लगाई है। वहीं जब इस बारे में स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन काट दिया है।