- कल (04 जुलाई) को रवांई घाटी का सुप्रसिद्ध मेला (डांडा देवराना की जातर) का होगा आयोजन
कंडाऊं/नौगांव uttarkashi,, रवांई घाटी के 65 गांव के आराध्य देव रुद्रेश्वर महादेव के कपाट आज विधिवत पूजा/अर्चना के बाद 3 बजकर 28 मिनट पर भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। इस क्षण के गवाह बनने और भगवान रुद्रेश्वर महादेव का आशीर्वाद लेने के लिए सैकड़ों लोग दूर दराज से कंडाऊं थान पहुंचे। स्थानीय लोगों ने इस दौरान ढोल–दमाऊं की थाप पर तांदी नृत्य कर अपनी खुशी का इजहार किया।
ज्ञातव्य हो कि रवांई घाटी के 65 गांव के आराध्य देव रुद्रेश्वर महादेव सालभर में केवल एक माह अपने गर्भ गृह से बाहर आकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। बाद बाकी 11 महीने वर्षवार अपने थान बजलाडी, तियां, कंडाऊं और देवलसारी में आराम करते हैं। गत वर्ष रुद्रेश्वर महादेव के मोहरे (निशान) कंडाऊं थान में स्थापित कर कपाट बंद किए गए थे। जिन्हें आज दोपहर शुभ मुहूर्त 3 बजकर 28 मिनट पर फिर से गर्भ गृह से बाहर निकाला गया। इस मौके पर दूर–दराज से आए ग्रामीणों/भक्तों ने श्रीफल, चुनरी, चावल, हरियाली का रुद्रेश्वर महादेव को भेंट स्वरूप भोग लगाकर दर्शन करने के बाद आशीर्वाद लिया। साथ ही खुद के सुख–समृद्धि की कामना की है। इस दौरान लोगों ने ढोल/दमाऊं की थाप पर रासौं/तान्दी नृत्य कर अपनी खुशी का इजहार किया है। इसके बाद कल 4 जुलाई को रवांई घाटी का सुप्रसिद्ध मेला (डांडा देवराना की जातर) का हर वर्ष की तरह आयोजन किया जाएगा। उसके बाद आराध्य देव रुद्रेश्वर महादेव इस बार पल्ली मुंगरसंती के गांव–गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों को अपना आशीर्वाद देंगे।
ये रहे उपस्थित : कंडाऊं थान समिति के अध्यक्ष, फुलक सिंह राणा, रुद्रेश्वर समिति के अध्यक्ष जगमोहन परमार, जय प्रकाश नौटियाल, सुमन नौटियाल, नौगांव नगर पंचायत अध्यक्ष शशिमोहन राणा, डीपीसी मेंबर पवन पंवार, विजयपाल रावत, पूर्व प्रधान नौगांव बृजमोहन रावत, रमेश चंद रावत, समाजसेवी अनुज रावत (अन्ना), संजय थपलियाल, प्रताप चौहान, वीरेंद्र रावत (वीरू) प्रधान मंजियाली प्रकाश रावत, चंद्रमोहन परमार, पूरण सिंह राणा, रोहित रावत,विपिन, प्रदीप, विशन, सहित सैकड़ों भक्त और ग्रामीण रहे।