नौगांव uttarkashi,, राज्य सरकार द्वारा चारों धामों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने, मूल उत्तराखंडियों के लिए पंजीकरण की व्यवस्था लागू करने के विरोध को लेकर उत्तरकाशी जिले के होटल स्वामियों ने आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का पुतला दहन किया है। होटल स्वामियों ने सरकार द्वारा फैसलों को तत्काल वापिस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन को चेताया है।
चारों धामों में सीमित संख्या की बाध्यता और ऑनलाइन पंजीकरण समाप्त करने को लेकर यमुनाघाटी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष सोबन सिंह राणा और समाजसेवी महावीर पंवार (माही) के नेतृत्व में आज होटल व्यवसायियों, टैक्सी यूनियन, व्यापारियों और घोड़े/खच्चर मालिकों ने यमुनोत्री धाम के प्रथम पड़ाव बड़कोट मुख्य चौराह पर जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री के मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पुतला दहन किया है। इस मौके पर समाजसेवी महावीर पंवार (माही) ने कहा कि चारधामों में श्रद्धालुओं के लिए स्वतंत्रता होनी चाहिए, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार को चारधामों में सीमित संख्या की बाध्यता और ऑनलाइन पंजीकरण की समाप्ति और उत्तराखंड मूल के स्थानीय लोगों के लिए पंजीकरण की व्यवस्था खत्म कर देनी चाहिए। होटल स्वामियों का कहना है कि धामी सरकार ने यदि इस फैसले को तत्काल वापिस नहीं किया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। और 22 अप्रैल को सभी यमुनाघाटी के होटल स्वामी अपने अपने होटलों पर तालाबंदी करेंगे, जिसके लिए यात्रियों की असुविधा की समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
प्रदर्शन करने वालों में ये रहे शामिल : जयपाल सिंह रावत, अध्यक्ष टैक्सी संगठन नरेश रमोला, अध्यक्ष यमुनोत्री टैक्सी संघ अजय चौहान, राकेश रावत, सरत चौहान, अनिल चौहान, दीपिन राणा, जसपाल परमार, मनमोहन चौहान, राजेश उनियाल, अभिषेक उनियाल, रोबिन, पुरूषोतम, नरेश, भजन, प्रदीप डिमरी सहित सैकड़ों लोग रहे।