पुरोला uttarkashi,, आपने कहावत तो सुनीं ही होगी कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है। इस कहावत को चरितार्थ किया है। रिटायर्ड शिक्षक जयवीर सिंह रावत (नागराज) ने। वह 39 वर्ष की राजकीय सेवा करने के बाद अटल आदर्श राइका गुंदियाट गांव से प्रभारी प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उसके बाद से वहां हिंदी विषय का पद रिक्त चल रहा था। रिटायर्ड शिक्षक जयवीर सिंह रावत ने छात्र–छात्राओं का हित देखते जबतक शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो जाती तबतक फिर से निशुल्क पढ़ाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर शिक्षा निदेशक माध्यमिक महावीर सिंह बिष्ट द्वारा बकायदा एक आदेश भी जारी किया गया है। रिटायर्ड शिक्षक जयवीर सिंह रावत ने बच्चों को पढ़ाने का कार्य शुरू भी कर दिया। इस कार्य के लिए उनको खूब सराहना भी मिल रही है।
पुरोला तहसील के नाग झाला गांव निवासी जयवीर सिंह रावत “नागराज” अभी गत अप्रैल माह में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज गुंदियाट गांव से प्रभारी प्रधानाचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए है, लेकिन बच्चों के बीच रहने के कायल व पढ़ने- पढ़ाने के शौकीन जयवीर सिंह रावत (नागराज) खुद को शिक्षा से दूर नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने पुनः बच्चों को पढ़ाने का मन बनाया है। इसके लिए वे रोज 10 किमी दूर गुंदियाट गांव पहुंचकर सुबह 08 से 01 बजे तक बच्चों को पढ़ाने का कार्य करेंगे। उन्होंने 39 साल की राजकीय सेवा के दौरान जनपद उत्तरकाशी के हाईस्कूल मल्ला भटवाड़ी, बालिका इंटर कॉलेज पुरोला, अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज गुंदियाट गांव आदि विद्यालयों में अपनी सेवाएं दी है। उन्हें साक्षरता अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने पर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। आपको बताते चलें कि 15 अगस्त 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर यहां भ्रमण पर आए शिक्षा निदेशक माध्यमिक महावीर सिंह बिष्ट से पीटीए संघ के सदस्यों/अभिभावकों ने जयवीर सिंह रावत को पुनः यहां अवैतनिक पठन–पठान कराने हेतु अनुरोध किया था।
सामाजिक सरोकारों से है गहरा नाता : रिटायर्ड शिक्षक जयवीर सिंह रावत का सामाजिक सरोकारों से भी गहरा नाता है वे यहां गत कई वर्षों से नागराज मंदिर समिति से भी जुड़े हुए है। पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन से लेकर राजकीय शिक्षक संघ के कई पदों को भी सुशोभित कर चुके है। अभी सेवानिवृत्त होने के बाद रवांई वैली पत्रकार संगठन ने उन्हे संरक्षक पद की जिम्मेदारी सौंपी है।