uttarkashi,, विकासखण्ड नौगांव एवं भटवाड़ी की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बुधवार को जिला मुख्यालय में स्टॉल लगाकर कर 15 रुपए kg घरेलू खीरा (ककड़ी) बेची है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि इस पहल से महिलाओं में व्यापार की समझ एवं आत्मविश्वास बढ़ा है।
सीडीओ के निर्देशन मे रीप परियोजना के सहयोग से सामूहिक विपणन योजना तैयार कर स्टॉल के माध्यम से स्थानीय खीरा (ककड़ी )की बिक्री की गई। जहां बाजार मे खीरा 40 रुपए प्रति किलो की दर से ग्राहक को उपलब्ध हो पा रहा है, वहीं दूसरी ओर कृषकों को मात्र 15 रुपए में प्राप्त हो रही है। इसी को देखते हुए महिलाओं द्वारा आपसी तालमेल बैठा कर नौगांव से खरीद कर जनपद मुख्यालय में उचित दाम पर विपणन की योजना तैयार की गई। जिसमें पहले दिन 10 क्विंटल खीरा (ककड़ी ) बेची। हर पैकिंग 2 kg की मात्रा में खीरा (ककड़ी ) ग्राहकों को उपलब्ध कराया गया। जिससे ग्राहकों को कम दाम पर स्थानीय खीरा (ककड़ी) प्राप्त हुई। वहीं महिलाओं को बिक्री का अधिक दाम प्राप्त हुआ। स्वयं सहायता महिलाओं द्वारा बताया गया की इस पहल से उनमें व्यापार की समझ एवं आत्मविश्वास बढ़ा है। आगे भी इसी प्रकार से सामूहिक विपणन का कार्य किया जायेगा। जिसके अंतर्गत देहरादून, ऋषिकेश बाजार की मंडियो में स्वयं स्थानीय फसल सब्जी आदि के विपणन हेतु योजना तैयार की जायगी।
सीडीओ जय किशन द्वारा महिलाओं का उत्साहवर्धन करते कहा कि स्वयं सहायता समूह को बिक्री हेतु विकास भवन कैंटीन परिसर में महिलाओं को स्थानीय उत्पाद बैचने हेतु स्थान उपलब्ध कराया गया है। कहा कि इस प्रकार की पहल से महिलाएं आत्मनिर्भर होकर स्वयं अपने उत्पादों का दाम निर्धारित कर अच्छा लाभ कमा सकती है। साथ ही खेती किसानी के साथ–साथ व्यापारिक गतिविधियों में भी अपना योगदान दे सकती है। जिससे जनपद में अधिक से अधिक महिलाओं को “लखपति दीदी” की श्रेणी मे लाया जाएगा।
जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना कपिल उपाध्याय ने कहा कि ऐसे छोटे–छोटे प्रयासों से महिलाओं को अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है, इसे आगे और बढ़ाया जायेगा।
ये रहे उपस्थित : स्वयं सहायता समूह कृति रवांई से राजीव, रीना व रोजी।स्वयं सहायता समूह माँ गंगा से धनलक्ष्मी, बबिता, सरिता, राजकुमार, मनीष, सुरेंद्र, जगमोहन सहित अन्य रहे।