पुरोला uttarkashi,, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वर विश्वविद्यालय के तत्वाधान में गुरुवार को आयोजित महाशिवरात्रि कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि ‘शिव’ सर्वोपरि है, जिसे सभी धर्म की आत्माएं ज्योति के रूप में याद करती हैं। हमारे सनातन धर्म में शिव की बहुत ज्यादा मान्यता है, भारतवर्ष में सबसे प्राचीन मंदिर शिव के ही हैं।
नगर पंचायत पुरोला के सभागार में गुरुवार को “प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वर विश्वविद्यालय” के तत्वाधान में महाशिवरात्रि कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में गढ़वाल क्षेत्र प्रभारी वरिष्ठ राष्ट्रीय संयोजक खेलकूद प्रभाग ब्रह्माकुमारी, ब्रह्मा कुमार भ्राता मेहर चंद रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिव सर्वोपरि है, जिसे सभी धर्म की आत्माएं ज्योति के रूप में याद करती हैं। हमारे सनातन धर्म में शिव की बहुत ज्यादा मान्यता है, भारतवर्ष में सबसे प्राचीन मंदिर शिव के ही हैं। जिसमें से हमारे उत्तराखंड में 12 ज्योतिर्लिंग में से एक केदारनाथ हैं, जिसकी बहुत मान्यता है शिव को कुमारी भी कहते अर्थात विश्व विकारों को हरने वाले हैं। इसीलिए शिवरात्रि पर हम अपने मन के विकारों पर विजय प्राप्त करने का संकल्प लें। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची ब्लॉक प्रमुख रीता पंवार ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहने इस क्षेत्र में ज्ञान की अलख जगा रही है। साथ ही समाज में फैले नशे के प्रचलन को मिटाने का काम कर रही है। कितनी कुर्तियां है घरेलू हिंसा का में कारण यह नशा है कोई भी कार्यक्रम होता है वहां पर ब्रह्माकुमारी पहुंच कर नशा मुक्ति करने के प्रयास में कार्यरत रहती हैं। इसमें हमारा नैतिक कर्तव्य भी बनता है कि नशे के प्रति जागरूकता लाएं। विशिष्ट अतिथि जिला उपाध्यक्ष महिला मंडल मोर्चा पुरोला रामप्यारी रतूड़ी ने सभी नगरवासियों को महाशिवरात्रि की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान बच्चों द्वारा लोकनृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। ब्रह्माकुमारी नीलम बहन, संचालिका श्रीनगर गढ़वाल के द्वारा सभी को गहन शांति की अनुभूति कराई और साथ में नशे से दूर रहने के लिए व्यसन मुक्ति की प्रतिज्ञा दिलाई गई। इस दौरान गणमान्य लोग उपस्थित रहे।