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“बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है बाल शोध मेला” : महामंत्री पवन नौटियाल

पुरोला uttarkashi,, राजकीय प्राथमिक विद्यालय खाबली सेरा में “बाल शोध मेले” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे भाजपा महामंत्री पवन नौटियाल ने बच्चों की हौसला अफजाई कर कहा कि ‘बाल शोध मेले’ का आयोजन एक अच्छी पहल है, इससे बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति विकसित होती है। ऐसे आयोजन लगातार होने चाहिए।

शनिवार को नगर पालिका पुरोला वार्ड–6 प्राथमिक विद्यालय खाबली सेरा में एक दिवसीय ‘बाल शोध मेले’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा जिला महामंत्री पवन नौटियाल ने दीप प्रज्वलित करने के बाद रिबन काटकर किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बाल शोध मेला बच्चों को स्वयं द्वारा अर्जित ज्ञान को अभिव्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। जिससे अर्जित ज्ञान को अभिव्यक्त करने में बच्चे को खुशी होती है। इससे बच्चों का आत्मविश्वास एवं आत्मसम्मान दोनों बढ़ते हैं। जिससे बच्चों के लिए सीखना भी बोझिल नहीं होता। उन्होंने मेले में हिस्सा लेने वाले बच्चों को उज्जवल भविष्य की कामना करते शुभकामनाएं दी है।

बाल शोध मेले में बच्चों द्वारा तैयार मॉडल।

प्रधानाध्यापिका एकादशी राणा ने बताया कि हमारे विद्यालय में ऐसे कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किए जाते हैं। जिससे छात्रों का चहुमुखी विकास होता है, जैसे कि अभिव्यक्ति कौशल, आत्मविश्वासी, सृजनात्मकता, वैज्ञानिकता का विकास, अपने उद्देश्य की खोज स्वयं करना, समुदाय का महत्व समझना, परिवेशीय चीजों की समझ, मिलकर कार्य करने की भावना जागृत होती है। विद्यालय परिवार द्वारा कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित कर उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई है।

ये रहे उपस्थित

शिक्षिका जयशीला सजवान, दीपमाला चौहान, अजीम प्रेम जी फाउंडेशन से रवींद्र सिंह रावत, भानु प्रताप, युवा नेता कपिल नेगी, बच्चों के अभिभावक सहित पूरा विद्यालय परिवार रहा।

बाल शोध मेले का उद्देश्य

बाल शोध मेले का मुख्य उद्देश्य बच्चों द्वारा हर शोध या प्रकरण की गहराइयों तक जाना, हमारे परिवेश में जो कुछ भी पाया जाता है या होता है, बच्चे उसको समझ के साथ सीखे,पढ़े,समझे। इस कार्य में बच्चों के साथ शिक्षक और माता–पिता पूर्ण सहयोग करते हैं, बच्चे इस शोध के दौरान शोध किए गए प्रकरण का अभिलेखीकरण करते हैं, तथा मॉडल तैयार करते हैं। कार्य पूरा होने के बाद प्रस्तुतीकरण देते हैं।

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