पुरोला uttarkashi,, स्वील गांव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा का शनिवार को समापन हो गया है। 7 दिनों में बाल व्यास आयुष कृष्ण नयन महाराज ने चार वेद, पुराण, गीता एवं श्रीमद् भागवत महापुराण की व्याख्या की। समापन के मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।
यमुनाघाटी के पुरोला विकासखंड के ग्राम सभा स्वील में 21 अप्रैल से भव्य कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। जिसका शनिवार को आखरी दिन विशाल भंडारे के साथ समापन हो गया। सात दिवसीय भागवत कथा में बाल व्यास आयुष कृष्ण महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए लोगों को प्रेरित किया। बाल व्यास आयुष कृष्ण नयन महाराज ने सुंदर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश के माध्यम अपने को उस अनुरूप आचरण करने को कहा जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है। समाज में कुछ लोग ही अच्छे कर्मों द्वारा सदैव चिर स्मरणीय होता है, इतिहास इसका साक्षी है। इस सात दिवसीय भागवत कथा में स्वील गांव के ग्रामीणों के साथ बाहर से आए श्रोताओं ने कथा का आनंद उठाया। समापन के मौके पर श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस दौरान समस्त ग्रामीण और आसपास के गांव से आए श्रोता उपस्थित रहे।