पुरोला uttarkashi,, “ग्रामीण महिला स्वास्थ्य चेतना एवं स्वरोजगार विकास समिति” पुरोला द्वारा ग्रामीणों महिलाओं की आजीविका सुधारने के लिए मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शनिवार को संस्था द्वारा न्याय पंचायत खड़क्यासेम के कंडियाल गांव मे मशरूम का प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें ग्रामीण महिलाओं बढ़चढ़ कर हिस्सा लेकर मशरूम उत्पादन की विधि सीखी।
शनिवार को न्याय पंचायत खड़क्यासेम के कंडियाल गांव में “ग्रामीण महिला स्वास्थ्य चेतना एवं स्वरोजगार विकास समिति” द्वारा उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस टेक्नोलॉजी देहरादून (यूकॉस्ट) के सहयोग से स्वरोजगार के लिए क्षमता विकास कौशल के क्षेत्र में मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और मशरूम उत्पादन की विधि सीखी। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे प्रशिक्षण लगातार होने चाहिए। ताकि सभी लोग इसका लाभ उठा सकें। सचिव ग्रामीण महिला स्वास्थ्य चेतना एवं स्वरोजगार विकास समिति पुरोला कृष्णा बिजल्वाण का कहना है कि संस्था लोगों को जागरूक कर रही है, ताकि लोग मशरूम का उत्पादन करके अपने दैनिक जीवन को सुचारू रूप से चला सकें। उन्होंने सभी लोगों से मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण की विधि सीखकर स्वरोजगार को अपनाने की अपील की है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद करते निशुल्क पेन/डायरी दी और जलपान भी करवाया है। बताया कि संस्था द्वारा इससे पहले नौगांव नगर पंचायत और पुरोला नगर पंचायत में भी प्रशिक्षण दिया गया है।
“इस मशरूम का जैविक विधि द्वारा उत्पादन किया जाता है यह शरीर के कई प्रकार के रोगों को नष्ट करता है। इस मशरूम का हम किसी भी मौसम में कम लागत पर उत्पादन आसानी से कर सकते हैं”।–जगमोहन सिंह राणा, मास्टर ट्रेनर।