Uttarkashi,, एनएच यमुनोत्री पर निर्माणधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने की अबतक की हर कोशिश नाकम होने पर साथी श्रमिकों में आक्रोश बना है। श्रमिकों ने सुरंग में फंसे साथियों की सकुशल वापसी के बाद काम छोड़ कर घर जाने की चेतावनी दी है।
श्रमिकों का आरोप है NHIDCL कंपनी द्वारा सुरंग में काम कर रहे श्रमिकों के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। सुरंग में भू–धंसाव की घटनाएं दो/तीन बार पहले भी घट चुकी है। टनल में जो आपातकालीन एस्केप टनल बनाई गई थी, उसको कंपनी द्वारा हटा दिया गया। जिसके कारण श्रमिक तीन दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि टनल में काम कर रहे श्रमिकों को कंपनी द्वारा कोई सेफ्टी कीट मुहैया नहीं कराई जाती है। मजदूरों को बिना मास्क के कार्बन के दलदल में भेज दिया जाता है। जिससे लोग हर रोज बीमार पड़ते रहते हैं। उन्होंने सुपरवाइजर को तत्काल हटाने की मांग की है। श्रमिकों का कहना है कि जैसे ही हमारे साथी सुरंग से सकुशल बाहर निकलेंगे वैसे ही हम सब लोग काम छोड़ कर अपने घरों को निकल जायेंगे। वहीं हादसे को लेकर स्थानीय लोगों का आरोप टनल के मुख्य द्वारा पूर्व में स्थापित मंदिर को हटाने के कारण यह हादसा हुआ है। बौख नाग देवता ने अपने पश्वा पर अवतरित होकर अपने लिए मुख्य गेट पर नया मंदिर मांगा है। साथ ही सभी को सकुशल बाहर निकालने का वचन दिया है।