बड़कोट uttarkashi,, पृथक यमुनोत्री जिला बनाने की मांग को लेकर यमुनोत्री जिला बनाओ संघर्ष समिति ने गुरुवार को तहसीलदार बड़कोट के माध्यम मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में समिति ने यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत और डीडीहाट को अतिशीघ्र जिला बनाने की मांग की है। मांग पर अमल न करने पर उन्होंने उग्र आंदोलन को चेताया है।
पृथक जिला बनाने की मांग को लेकर “यमुनोत्री जिला बनाओ संघर्ष समिति” ने गुरुवार को तहसीलदार धनीराम डंगवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि बीजेपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश निशंक पोखरियाल के कार्यकाल में जनहित को देखते 4 नए जिलों की घोषणा की थी। जो करीब 14 साल बीतने के बाद भी धरातल पर नहीं उतरी है। उन्होंने सीएम से जनहित को देखते चारों जिले (यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत व डीडीहाट) को अमलीजामा पहनाने की अपील की है। कहा यदि धामी सरकार यदि जिलों के निर्माण में बिलंब करती है, तो क्षेत्र के युवा अनिश्चितकालीन धरना/प्रदर्शन के साथ आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।
ये रहे उपस्थित : अब्बल चंद कुमाईं, भरत सिंह चौहान, महावीर पंवार (माही), गणपत्ति नौटियाल, महिपाल असवाल, हरदेव रावत, अमित असवाल, मनोज चौहान, रोहन चौहान, भरत रावत, भगवती बिजल्वाण, चैन सिंह रावत, प्रताप तोमर, संतोष चौहान, किताब रावत, जयेंद्र सिंह राणा, अमित रावत, सरजीत लाल सहित दर्जनों लोग रहे।