Dehradun,, बीते दिवस (मंगलवार को) यमुनाघाटी के अपर यमुना वन प्रभाग बड़कोट, सेंचुरी पार्क और टोंस वन प्रभाग में तैनात IFS केके दंपती को हटवाने की मांग को लेकर वरिष्ठ मंत्री सुबोध उनियाल और विधायक दुर्गेश्वर लाल के बीच तीखी बहसबाजी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि जिस कागज पर वन मंत्री ने जांच के आदेश दिए थे, विधायक ने मंत्री के सामने ही उस कागज को फाड़कर हवा में उछाल दिया और उसके बाद अपने समर्थकों के साथ मंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। देर शाम विधायक दुर्गेश्वर लाल मुख्यमंत्री से मिले और प्रकरण से अवगत कराया। विधायक दुर्गेश्वर लाल का धरना देना भाजपा प्रदेश नेतृत्व को रास नहीं आया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भाजपा विधायक और वन मंत्री को शालीनता से अपनी बात रखने की हिदायत दी। जिसके बाद आज विधायक दुर्गेश्वर लाल ने अपने व्यवहार पर खेद जताया। विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के सामने किए गए व्यवहार पर आज माफी मांगी। और वन मंत्री सुबोध उनियाल को पिता तुल्य बताया। उन्होंने आगे कहा कि यह परिवार का मसला है।
इतना ही नहीं पूर्व में भी पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल द्वारा अतिक्रमण प्रसंग में पुरोला एडीएम का एक आदेश सरेआम पुरोला नगर में फाड़ा गया था।