बड़कोट uttarkashi,, यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर (डामटा से जानकीचट्टी) तक प्रशासन द्वारा महिलाओं की आजीविका/आय बढ़ाने के लिए आउटलेटों संचालित किए जा रहे हैं। जिसका उद्घाटन नगर पालिकाध्यक्ष बड़कोट विनोद डोभाल kutaru’ शुभारंभ सहायक परियोजना निदेशक/जिला मिशन प्रबन्धक रमेश चंद्र, BD0 प्रकाश पंवार ने रिबन काटकर किया है। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष vin0d d0bhal कुतरू ने विभाग की इस पहल को सराहा है, साथ ही सभी संचालकों को ‘लोकर फॉर वोकल’ के नारे को साकार करते पहाड़ी उत्पादों को देश/विदेश तक पहचान दिलाने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।
यमुनोत्री धाम पर पहुंच रहे श्रद्धालुओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व मंदिर समिति के सहयोग से उपलब्ध करवाया जा रहा मां यमुना भोग प्रसाद खूब पसंद आ रहा है। मां यमुना ग्राम संगठन खरसाली से जुड़ी 30 महिलाओं के द्वारा ‘मां यमुना भोग प्रसाद’ तैयार कर श्रद्धालुओं हेतु यमुनोत्री धाम में स्टॉल लगा कर उपलब्ध कराया जा रहा है।
खरसाली गांव(खुशीमठ) मैं जागृति स्वयं सहायता समूह के द्वारा कुठार कैफे का संचालन कर रहा है जिसमें कुल्हड़ चाय एवं स्थानीय गढ़ भोज के साथ साथ हट लगा कर यात्रियों के रात्री विश्राम की व्यवस्था की जा रही है।
यमुनोत्री यात्रा मार्ग खरादी मैं नीलकंठ ग्राम संगठन नगांण गांव के द्वारा संचालित आउटलेट में स्थानीय क्षेत्रों में उत्पादित किए जा रहे उत्पाद मोटे अनाज – लाल चावल, झांगोरा, राजमा, गहत, मंडुवा, चौलाई आदि को अपने साथ घर ले जा रहे हैं। साथ ही शुद्ध दूध की कुल्हड़ चाय व दूध दही मट्ठा को यात्रियों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है।
बड़कोट दुबाटा में वैभव ग्राम संगठन के द्वारा स्थानीय उत्पाद के साथ साथ बुरांस, माल्टा, पुदीना जूस आचार, जेम, चटनी आदि भी यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। तथा राजराजेश्वरी ग्राम संगठन सुनाल्डी द्वारा यात्रियों को गढ़ भोज ने मंडुवे की रोटी, लाल चावल, झंगोरा की खीर, तिल की चटनी, लेंगडे की सब्जी यात्रियों को परोसी जा रही है, जिसे यात्रियों के द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।
ये रहे उपस्थित
DP0 मनरेगा विपिन रमोला, डिस्ट्रिक्ट विषयगत विशेषज्ञ प्रवेंद्र सिंह राणा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन/ग्रामीण वेग वृद्धि परियोजना के समस्त स्टाफ ब्लॉक मिशन प्रबंधक रविन्द्र नौटियाल, आजीविका समन्वयक कविता सेमवाल, कॉर्डिनेटर अनिल डोभाल, शैलेन्द्र सेमवाल, सहायक मूल्यांकन अनुश्रवण राजवीर राणा सहित समस्त स्टाफ/स्थानीय लोग रहे।