पुरोला uttarkashi,, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा छात्र/छात्राओं को स्वरोजगार अपनाने हेतु प्रशिक्षित एवं अभिप्रेरित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा “देवभूमि उद्यमिता योजना” प्रारम्भ की गई। योजन के प्रभावी कियान्वयन के लिए राज्य के राजकीय महाविद्यालयों से प्राचार्यों एवं चयनित प्राध्यापकों को फैकल्टी मेंटर के रूप में प्रशिक्षित करने हेतु “भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद” में एक सप्ताह तक प्रशिक्षण प्राप्त किया है। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला (उत्तरकाशी) के प्राचार्य प्रो एके तिवारी ने कार्यक्रम में हिस्सा लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
डॉ. एके तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र–छात्राओं में स्वरोजगार की स्किल विकसित करने के लिए उद्यमिता शिक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जायेगी। यह उद्यमिता केन्द्र महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक कर स्वरोजगार हेतु सघन प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार अपनाने एवं स्वंय के उद्यमों को स्थापित करने हेतु पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करेगा। साथ ही उद्यम स्थापित करने के लिए उनकी व्यवसाय प्रस्ताव की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर शीड मनी भी उपलब्ध कराया जाएगा। महाविद्यालय में स्थापित उद्यमिता केन्द्र में महाविद्यालय के छात्रों के अतिरिक्त पुरोला/मोरी विकासखण्ड के स्थानीय बेरोजगार युवाओं को भी प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार अपनाने हेतु प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उद्यमिता का वर्ष पर्यन्त कियान्वयन हेतु एक वार्षिक गतिविधि कैलेण्डर तैयार किया जाएगा। जिसके अन्तर्गत दो दिवसीय बूट कैम्प आयोजित होगा। साथ ही चिन्हित अभ्यर्थियों हेतु एक 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यकम (ईडीपी) का आयोजन भी किया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरान्त इच्छुक छात्रों को परियोजना रिपोर्ट तैयार करने तथा वित्तीय सहायता दिलाने हेतु सार्थक प्रयास किए जायेंगें।
आपको बताते चलें कि “देवभूमि उद्यमिता योजना” उत्तराखण्ड सरकार की उच्च शिक्षा विभागान्तर्गत लागू की गई एक महत्वांकाक्षी योजना है, जिसके अन्तर्गत 50000 छात्रों की उद्यमिता एवं स्टार्टअप के प्रति जागरूक करने 15000 नए उद्यम लगाने एवं 40000 रोजगार के नए अवसर तैयार करना है। जिससे बेरोजगारी की समस्या का समाधान होने के साथ ही पर्वतीय जनपदों से युवाओं का पलायन भी रूक सकेगा। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला में उद्यमिता का उत्कृष्टता केन्द्र (Centre of excellence) की स्थापना हेतु प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग को प्रेषित किया गया है। उद्यमिता योजना के क्रियान्वयन से राज्य के पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं को स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों व साधन पर आधारित कुटीर एवं लघु उद्योग इकाइयों की स्थापना कर स्वरोजगार को अपनाने हेतु प्रोत्साहन मिलेगा। इस हेतु उच्च शिक्षा विभाग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के बीच एक समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है, तथा योजना हेतु बजट का भी प्रावधान किया गया है।