ब्रह्मखाल uttarkashi,, सिलक्यारा सुरंग में चल रहे रेस्क्यू अभियान में आज एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंडरी लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलबे के आर–पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाली गई है। पाइपलाइन से मजदूरों को बोतल में खिचड़ी भेजी गई है। वहीं टनल में फंसे श्रमिकों तक एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरे ने अपनी पहुंच बनाकर सुरंग में फंसे मजदूरों की तस्वीर खींची है।
सोमवार सायं लगभग 4:30 NHIDCL के निदेशक अंशु मनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि गत नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास तेजी से संचालित किए जाएंगे।
सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अबतक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी। अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलवे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी। जिससे अंदर फंसे श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित बनाए रखने का भरोसा कई गुना बढ़ा है। इस अच्छी खबर के बाद श्रमिकों और उनके परिजनों साथ ही रेस्क्यू के मोर्चों पर खुशी और उत्साह देखने को मिल रहा है और रेस्क्यू के अन्य विकल्पों को लेकर अब उम्मीदें उफान पर हैं। उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी।
सिलक्यारा सुरंग के पास हंस फाउंडेशन ने लगाया लंगर : सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू अभियान में हंस फाउंडेशन के द्वारा माता मंगला और भोले महाराज की प्रेरणा से लंगर चलाकर सराहनीय सहयोग दिया जा रहा है। हंस फाउंडेशन के द्वारा सिलक्यारा सुरंग परियोजना के श्रमिकों और सुरंग में फंसे लोगों के परिजनों को गर्म कपड़े भी बांटे गए हैं।
सुराज सेवा दल” के अध्यक्ष रमेश जोशी ने सरकार की मंशा पर उठाए सवाल
“सुराज सेवा दल” के अध्यक्ष रमेश जोशी ने बौख नाग देवता के दर्शन कर पूजा–अर्चना कर टनल में फंसे लोगों को सकुशल निकालने की प्रार्थना की और टनल में फंसे लोगों के परिजनों से मुलाकात कर हर प्रकार की मदद का भरोसा दिलाया। अध्यक्ष रमेश जोशी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बताया कि लेबर कमिश्नर अभी तक सोई हुई है, सरकार को एक सप्ताह तक यही पता नहीं लग पाया की वहां 40 या 41 मजदूर फंसे हुए हैं। उन्होंने सरकार की मनसा पर सवाल उठाते लेबर कमिश्नर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि वह क्या देख रही है, केवल उद्योगपतियों को बचाने का कार्य करते हैं, कागजों में खानापूर्ति कर देते हैं। सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन केंद्र सरकार के संज्ञान लेने के बाद भी मजदूरों को निकालने की ठोस नीति नहीं बन पा रही। मशीनों को लाने में समय लग रहा है। जिससे श्रमिकों के जानमाल से खिलवाड़ कर रहे हैं। कंपनी ने पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किया? नवयुग कंपनी पर महाराष्ट्र में पूर्व में भी मजदूरों की हत्या का अभियोग पंजीकृत है, फिर इस कंपनी को काम किसके कहने पर दिया। उन्होंने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की और जिम्मेदार अधिकारियों व कंपनी पर केस दर्ज करने की मांग की।
इस दौरान पूर्व विधायक उत्तरकाशी ज्ञानचंद, समाजसेवी सोहन गैरोला, ललित श्रीवास्तव, हिमांशु धामी, विपिन बिजल्वाण, निमिष नौटियाल, आशीष, पीयूष, योगेश सहित दर्जनों कार्यकर्ता रहे।