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नौगांव मुंगरा गढ़ के पास यमुना नदी किनारे फंसे 2 पशुओं के लिए देवदूत बनकर पहुंचे SDRF गंगनानी/फायर बिग्रेड टीम बड़कोट

नौगांव uttarkashi,, यमुना नदी के किनारे मुंगरा गढ़ के समीप (दूसरी तरफ राजगढ़ी मोटर मार्ग पर जट्टा कोल्ड स्टोर के नीचे) तेज बहाव के चलते फंसे 2 पशुओं का SDRF और फायर बिग्रेड टीम द्वारा रविवार को सफल रेस्क्यू किया गया। लेकिन दो जवान रेस्क्यू के दौरान उक्त स्थान पर बन रहे भंवर में फंसते–फंसते बच गए।

जनपद उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील के अंतर्गत मुंगरा गढ़ (नगर पंचायत नौगांव) के समीप 4 आवारा पशु यमुना नदी के किनारे दूसरी तरफ जट्टा (पीछे पूरी खड़ी चट्टान) के नीचे पिछले 20 दिन से फंसे थे। जिसकी सूचना समाजसेवी (अन्ना) अनुज रावत, आनंद परमार और राहुल परमार ने ‘yamunotritimes न्यूज पोर्टल’ और ‘उत्तराखंड दर्पण’ के संपादक को दी। उक्त स्थान पर कहीं से भी आसानी से कुछ दिखता नहीं है। उसके बाद मीडिया द्वारा उपजिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला को फोन के माध्यम से घटना को लेकर सूचित किया गया। जिसके बाद एसडीएम ने SDRF गंगनाणी और फायर टीम बड़कोट को मौके पर भेजा। टीम द्वारा नदी के तेज बहाव और भंवर वाले जगह के दूसरी तरफ फंसे 2 पशुओं का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। उक्त स्थान पर 4 पशु फंसे थे, 2 ने भूख/प्यास/भय से दम तोड़ दिया या रात्रि में नदी पार कर दूसरी तरफ चले गए। पशुओं के फंसे होने की किसी को सूचना नहीं थी।

पशुओं को तो निकाल लिया, लेकिन खुद भंवर में फंसते–फंसते बचे जवान

यमुना नदी के तेज बहाव के चलते दूसरी तरफ चट्टान के नीचे फंसे पशुओं को बचाने के लिए देवदूत बनकर सबसे पहले आई फायर बिग्रेड बड़कोट की टीम के रेस्क्यू के दौरान एक सदस्य उक्त स्थान पर भंवर में फंसते–फंसते बचा। और जहां बैल था वहीं पहुंच गया। जिसके बाद एसडीआरएफ गंगनानी की टीम द्वारा जवान को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया, लेकिन अबकी बार रेस्क्यू के दौरान एसडीआरएफ का जवान भंवर में फंसते–फंसते बचा। उसके बाद अन्य साथियों ने सभी का सफल रेस्क्यू कर लिया है। टीम के सभी सदस्य सकुशल हैं।

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