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कमलेश्वर महादेव महात्म्य पत्रिका का विमोचन

पुरोला uttarkashi,, कमलेश्वर महादेव मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा गुरुवार को कमलेश्वर महादेव महात्म्य पत्रिका प्रकाशित की गई। पत्रिका प्रकाशन के लिए मुख्य अतिथियों ने मंदिर प्रबंधन समिति के कार्यों को खूब सहारा है। कहा पत्रिका के प्रकाशन से क्षेत्र के प्रसिद्ध धाम कमलेश्वर महादेव के प्रति लोगों में आस्था और विश्वास ओर बढ़ेगा।

नगर पंचायत पुरोला के मीटिंग हॉल में गुरुवार को “कमलेश्वर महादेव मंदिर प्रबंधन समिति” द्वारा “कमलेश्वर महादेव महात्म्य पत्रिका” का विमोचन मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष सतेंद्र सिंह राणा, एसडीएम देवानंद शर्मा और प्राचार्य एके तिवारी के कर कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणा ने कहा कि मंदिर समिति की यह पहल सराहनीय है। इससे क्षेत्र के प्रसिद्ध धाम कमलेश्वर महादेव के प्रति लोगों का आस्था और विश्वास बढ़ेगा। प्राचार्य एके तिवारी ने कहा कि क्षेत्र के सांस्कृतिक विकास, धर्म साहित्य के प्रति आस्था विश्वास को जगाने के लिए पत्रिका का प्रकाशन सराहनीय पहल है। पूर्व समिति अध्यक्ष डॉ राधेश्याम बिजल्वाण ने कहा कि कमलेश्वर महादेव महात्म्य पर पत्रिका का प्रकाशन का उद्देश्य धर्म/संस्कृति का संरक्षण और भगवान भोलेनाथ के प्रति समाज में जागृति पैदा करना है। पत्रिका के संपादक चंद्रभूषण बिजल्वाण ने कहा कि पत्रिका के माध्यम से जहां एक और कमलेश्वर महादेव की पौराणिक तथ्यों ,मान्यताओं ,आस्था विश्वास से कमलेश्वर महादेव रवांई घाटी का ही नहीं, बल्कि संपूर्ण उत्तराखंड का 5वां धाम है। जन मानस की आस्था और विश्वास है कि कमलेश्वर महादेव में सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है। मुझे खुशी इस बात की है कि जहां एक और प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा ने अपनी लेखनी से कई लेख लिखे हैं। वहीं नवोदित पत्रकार, कवियों, लेखकों को भी स्थान मिला है। पत्रकार सुनील थपलियाल, ओंकार बहुगुणा ,जयप्रकाश बहुगुणा ,बलदेव भंडारी, राकेश रतूड़ी, प्रेम पंचोली, नीरज उत्तराखंडी के लेख कविताओं के साथ ही महिलाएं भी पीछे नहीं है। शिक्षिका ऋत्मभरा सेमवाल, कुलवंती रावत, आनंद भारती ,राजुली बत्रा, अनुश्री, कौशल्या बिजल्वाण जैसी कवित्री, लेखिकाओं को भी पत्रिका में स्थान मिला है। उन्होंने कहा यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है, जहां एक ओर विद्वान व्यास शिव प्रसाद शास्त्री, आयुष कृष्ण नयन, दिवाकर दत्त जोशी, राजेंद्र बापू, संजीव शास्त्री हैं, वहीं वयोवृद्ध साहित्यकार खिलान्नद बिजल्वाण ,जयप्रकाश गैरोला, डॉ राधेश्याम बिजल्वाण, अनोज बनाली, विजय राणा, प्रदीप रवांल्टा ,जयप्रकाश सेमवाल, जगमोहन रावत, प्रोफेसर आरएस असवाल, डाॅ प्रहलाद रावत, किशन देव रतूड़ी, डाॅ आशाराम बिजल्वाण, ध्यान सिंह रावत, दिनेश रावत, शांति प्रसाद बिजल्वाण, पार्थ उनियाल, ध्रुव कुमार राठी, सीमा राठी, विजयपाल रावत, प्रेम पंचोली ,चंद्र भूषण बिजल्वाण सहित पत्रिका में 51 कवि/लेखकों के अपने-अपने अनुभवों को एक पत्रिका रूपी माला में पिरोने का सौभाग्य आप सभी के स्नेह प्यार और आशीर्वाद से प्राप्त हुआ है। चंद्रभूषण ने सभी मुख्य अतिथियों, पत्रकारों, आगंतुकों ,गणमान्य व्यक्तियों, मंदिर समिति के सभी सम्मानित सदस्यों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।

ये रहे उपस्थित : युद्धवीर सिंह रावत, लोकेश बडोनी (मधुर), राजेश सेमवाल, मोनिका नेगी, शांति प्रसाद बिजल्वाण ,राजपाल पंवार, पवन नौटियाल, काम्या, मोहबत्त सिंह नेगी, कृष्णा रावत, रामस्वरूप वर्मा, हरीश बिजल्वाण, प्रेम बिजल्वाण, गोविंद राम नौटियाल, कविता ‌जैन, कुलवंती रावत सहित ‌अन्य लोग रहे।

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