मोरी uttarkashi,, पुरोला जलसंस्थान के कारनामे, गांव में न पानी पहुंचा, न टैंक बना लेकिन विभाग ने ग्रामीणों को थमा दिए बिल। जिसके बाद ग्रामीणों में भारी रोष बना है। उन्होंने विभाग से बिल माफ करने के साथ जल्द गांव में पानी पहुंचाने की अपील की है।

केंद्र सरकार ने यह योजना (JJM) ‘जल जीवन मिशन’ पूरे भारत वर्ष में हर घर नल, हर घर जल पहुंचाने के लिए चलाई है लेकिन यह योजना कार्यदाई संस्था के अधिकारी/कर्मचारियों और ठेकेदारों के जेब भरने की बन गई है? जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार की खबरें लगातार आती ही रहती है। जनपद उत्तरकाशी में (JJM) की कार्यदाई संस्था जल निगम के कार्यों में बहुत धांधली हुई है। जिसकी सरकार द्वारा जांच भी कराई जा रही है। इतना ही नहीं जल संस्थान भी आए दिन सुर्खियों में छा ही जाता है। ताजा मामला उत्तरकाशी जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्र मोरी ब्लॉक के खरसाड़ी माती गांव में ‘जल जीवन मिशन’ की कार्यदाई संस्था जल संस्थान पुरोला ने गांव में सेकेंड फेस का काम पूरा किया ही नहीं है। काम अधर में लटका है। हाल ये है कि न टैंक बना है, न लाइन बिछी और ग्रामीणों को विभाग ने थमा दिए पानी के बिल। ग्रामीण अजय पाल सिंह, राजेंद्र सिंह चौहान, संदीप चौहान, जगत सिंह चौहान का कहना है कि जल संस्थान के द्वारा जल्द काम पूरा व बिल माफ न किए गए तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
“विभागीय मिस्टेक के चलते यह पानी के बिल आए, जिनमें जल्द ही सुधार कर दिया जायेगा। गांव में पानी नहीं पहुंचा है, फॉरेस्ट क्लियरेंस नहीं मिली है, जिसके चलते काम अधर में लटका है, जैसे ही वन विभाग से स्वीकृति मिलती है, सेकेंड फेस का कार्य भी पूरा कर दिया जाएगा और लोगों को पानी की सुविधा मिल जाएगी। – देवराज तोमर, प्रभारी ईई जल संस्थान पुरोला।