उत्तरकाशी/टिहरी/देहरादून uttrakhand,, तीनों जनपदों में जागड़ा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जनपद उत्तरकाशी के कुमोला पुजेली, खलाड़ी पुजेली, चंदेली, खन्ना फतेह पर्वत, हनोल, मेंद्रथ, धनसर एचपी, किराणु, बिरोड और कंडारी गांव में जागड़े पर्व का आयोजन किया गया। गोडर पट्टी के कंडारी में आयोजित जागडे में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए।
गोडर पट्टी के 27 गांव के आराध्य राजा रघुनाथ के थान कंडारी गांव में रविवार को आयोजित जागड़ा पर्व में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने प्रतिभाग किया। मेले में क्षेत्रवासियों की भगवान रघुनाथ के प्रति अगाध आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति असीम अनुराग की अनूठी छटा देखने को मिली।
मेले में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने रघुनाथ के दर्शन कर जन-जीवन की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रवांई क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध, धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं को बचाए रखा है। वन संपदा से परिपूर्ण इस इलाके का प्राकृतिक परिवेश भी काफी समृद्ध है, जिसे संजोय रखने के लिए सब लोगों को निरंतर प्रयास करना होगा। कहा जागड़ा पर्व को संरक्षित किया जाना जरूरी है, इसके लिए कारगर प्रयास किए जायेंगे। मंत्री ने कंडारी गांव में क्षतिग्रस्त वन विश्राम गृह का पुनर्निर्माण करने की घोषणा की। मंत्री बोले कंडारी से साजबाग तक सड़क के नवनिर्माण में आने वाली अड़चनों को दूर करने के साथ ही इस क्षेत्र में ट्रैकिंग गतिविधियों को भी विकसित किया जाएगा। जिससे इस स्थानीय लोगों की आजीविका मजबूत की जा सके। कहा कि विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए अनेक नियमों में बदलाव करने के साथ प्रक्रियाओं में सरलीकरण भी किया गया।
ये रहे उपस्थित : पूर्व विधायक मालचंद, पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण सिंह चौहान, मंदिर समिति अध्यक्ष श्याम लाल गौड़, ग्राम प्रधान विनीता गौड़, डीएफओ यमुना वन प्रभाग रविन्द्र पुंडीर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण रहे।