नौगांव uttarkashi,, कोटियाल गांव में रुद्रेश्वर महाराज और मदेश्वर महाराज के सानिध्य में 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आज से भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ। पहले दिन कथावाचक ब्रह्मऋषि राष्ट्रीय संत डॉ दुर्गेश आचार्य ने भक्तों को कथा का महत्व विस्तृत से श्रवण करवाया।
बुधवार को जनपद उत्तरकाशी के यमुनाघाटी स्थित कोटियाल गांव में आयोजक बृजमोहन बिजल्वाण आराध्य देव रुद्रेश्वर महाराज व मधेश्वर महाराज के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हो गया है। सबसे पहले निकली भव्य कलश यात्रा कथा स्थल कोटियाल गांव (बारात घर) से सुनारा गांव होते यमुना नदी के किनारे पहुंची। इस दौरान सुनारा के ग्रामीणों द्वारा यात्रा का फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया गया। कथा के पहले दिन व्यास पीठ पर विराजमान ब्रह्मऋषि राष्ट्रीय संत डॉ दुर्गेश आचार्य ने अपने मधुर वचनों से भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा की महिमा से अवगत करा भगवान की बाल–लीलाओं का विस्तृत से वर्णन करते भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। आयोजक बृजमोहन बिजल्वाण ने बताया कि कथा 17 दिसंबर तक चलेगी। उन्होंने सभी लोगों से कोटियाल गांव पहुंचकर कथा का श्रवण कर अनुग्रहित करने का आग्रह किया है। पहले दिन के समापन पर कथा श्रोताओं ने चरणामृत/प्रसाद ग्रहण कर भंडारा पाया है।
ये रहे उपस्थित
मंडप आचार्य हरिशरण प्रसाद उनियाल, रुद्रेश्वर के माली सुनील नौटियाल, मधेश्वर महाराज के माली बालकृष्ण बिजल्वाण, पंडित विनीत डोभाल, मोहन बडोनी, प्रवेश उनियाल, अमित गैरोला, रामलाल बंधानी, रमेश बिजल्वाण, विजय बंधानी, अमलेश बिजल्वाण, नरेश बिजल्वाण, सुरेश बिजल्वाण, राकेश बंधानी, अरुण बिजल्वाण, ॐ प्रकाश बिजल्वाण, सब्दीर बंधानी, पत्रकार प्रताप रावत, ऋतिक चमोली सहित समस्त ग्रामीण रहे।