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नशे के खिलाफ पुलिस/प्रशासन का सहयोग न मिलने से मातृ शक्ति संगठन में उबाल, 02 हफ्ते के भीतर उचित कार्यवाही न करने पर आंदोलन को चेताया

पुरोला uttarkashi,, क्षेत्र में बढ़ते नशे की रोकथाम के लिए पुलिस/प्रशासन का सहयोग न मिलने को लेकर मातृ शक्ति संगठन ने आज पत्रकार वार्ता करते अपनी नाराजगी जाहिर की है। संगठन की सचिव रेखा नौटियाल जोशी का कहना है कि नशाखोरी के रोकथाम में पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा। जिससे क्षेत्र में दिन प्रतिदिन नशे की प्रवृति बढ़ती ही जा रही है।  कहा संगठन नशे पर रोकथाम लगाने के लिए पिछले 05 साल से लगातार कार्य कर रहा है। संगठन के लोग अपने खर्चों से गांव–गांव जाकर उसके दुष्प्रभाव से लोगों को जागरूक कर रहे। पहले पुलिस/प्रशासन का सहयोग मिलने से कुछ समय तक पुरोला में नशे पर अंकुश लग गया था लेकिन पिछले कुछ समय से क्षेत्र में नशा एक बार फिर से फल फूल रहा है। इसको लेकर कई बार थाने के चक्कर भी काटे है लेकिन अब संगठन को पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है। और नशाखोरी के खिलाफ कोई उचित कार्यवाही नहीं की जा रही। कहा पुलिस द्वारा यदि दो हफ्ते के भीतर नशे के खिलाफ उचित कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। तो मातृ शक्ति संगठन को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

संगठन अध्यक्ष बबिता पंवार का कहना है कि यमुनाघाटी में शादी/पार्टियों में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगाने के लिए बैठकों के आयोजन किया जा रहा है। जो एक अच्छी पहल है। लेकिन किसी भी महापंचायत में चुनाव में शराब प्रतिबंधित करने की बात नहीं उठी। जो की पीड़ादायक है। चुनाव के समय दावेदार छोटे/छोटे बच्चों, नवजवानों को शराब परोसने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। कहा कि इस चुनाव में कोई प्रत्याशी शराब नहीं परोसेगा। यदि कोई ऐसा करता है तो उसपर उचित कार्यवाही की करवाई जायेगी। प्रेसवार्ता में अनुराधा गैरोला गुसाईं, सुलोचना असवाल, मीमा चमियाला, विमला पंवार, विमला चौहान, मनमाला रावत, बिंदु बिष्ट, प्यारी देवी, ममता आदि थे।

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