पुरोला uttarkashi,, पीएमजीएसवाई पुरोला में अधिकारियों/ कर्मचारियों की मिली भगत से urrda द्वारा हर वर्ष सड़कों के मेंटेनस के लिए मिलने वाले करोड़ों रुपए ठिकाने लगाए जा रहे हैं। इस काम के लिए निविदाएं भी उन अखबार पर निकाली जा रही है। जो क्षेत्र में आते ही नहीं है। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा विभाग से सूचना मांगी गई।
आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई सूचना में वित्त वर्ष 2021/22 में पाणी गांव, भंकोली और भाटिया सड़क के मेंटेनस के लिए करीब 1 करोड़ रुपए आए थे। जिनको पीएमजीएसवाई पुरोला के अधिकारियों ने पीएमसी के तहत विभाग में तैनात कर्मचारियों के ठेकेदार परिजन या संविदा पर तैनात जेई/एई ने अपने चहते ठेकेदारों के नाम बॉन्ड कर बिना काम किए ठिकाने लगा दिया गया है। विभाग के जेई द्वारा बिना काम की एमबी कर ईई द्वारा भुगतान कर दिया गया। संबंधित एई व जेई को जब इस बारे में आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा अवगत कराया गया तो विभाग के एई/जेई द्वारा मामले को दबाने के लिए लेने देन की बात की जा रही है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं की जब पीएम मोदी के ही ड्रीम प्रोजेक्ट को ही ऐसा चुना लगाया जा रहा है तो और अन्य विभागों का क्या हाल है?
मामले के बारे में अधिशासी अभियंता पुरोला से जानकारी ली जा रही है। अगर ऐसा कुछ हुआ तो उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। – एके नेगी, अधिक्षण अभियंता।