Uttarkashi,, ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक माघ मेला (बड़ाहाट कु थौलू) की तैयारियों को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान ने मंगलवार को संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं मेला समिति के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में मेला आयोजन को सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं सफल बनाने के लिए चर्चा की गई और जनप्रतिनिधियों, गणमान्य लोगों के सुझाव लिए गए।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि माघ मेले के सफलतापूर्वक सम्पादन के लिए समितियों का गठन किया गया है। प्रत्येक समितियों को उनकी जिम्मेदारियों को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि जन सहभागिता के साथ मेले में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने स्नान घाटों, चेंजिंग रूम, बिजली, पार्किंग एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सम्बंधित विभागों एवं समितियों को समय रहते कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
अध्यक्ष जिला पंचायत रमेश चौहान ने कहा कि माघ मेले के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति के दर्शन देश एवं प्रदेश भर में कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह भूमि मां यमुना एवं मां गंगा की पावन भूमि है, जहां की पौराणिक और सांस्कृतिक परंपराएं हमारी अमूल्य विरासत हैं। माघ मेले जैसे आयोजन हमारी पौराणिक संस्कृति के अभिन्न अंग हैं, जिन्हें संरक्षण एवं संवर्धन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मेला आयोजन के माध्यम से नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने का कार्य किया जाएगा।
अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत मोनिका भंडारी ने माघ मेले के सफल सम्पादन को लेकर गठित समितियों के उत्तरदायित्वों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि माघ मेले में इस बार 13 समितियों का गठन किया गया है।
ये रहे उपस्थित
ब्लॉक प्रमुख डुंडा राजदीप परमार, भटवाड़ी ममता पंवार, सीडीओ जय भारत सिंह, एसडीएम शालिनी नेगी, परियोजना निदेशक अजय सिंह, प्रभारी कोतवाली भावना कैंथोला, पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा, सचिव गंगोत्री मंदिर समिति सुरेश सेमवाल सहित अन्य अधिकारी एवं जिला पंचायत सदस्य रहे।



