पुरोला uttarkashi,, पूर्व सीएम निशंक की 14 वर्ष पूर्व की गई चार नए जिले बनाने की घोषणा अबतक धरातल पर न उतरने से “जिला बनाओ संघर्ष समिति” से जुड़े लोगों में रोष पनपने लगा है। पुरोला के लोगों ने गुरुवार को एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर जल्द नए जिलों को अमलीजामा पहनाने की मांग की है। उन्होंने मांग पर जल्द अमल न करने पर आंदोलन को चेताया है।
गुरुवार को “जिला बनाओ संघर्ष समिति” के पदाधिकारियों ने उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा के माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी को पुरोला को जिला बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन भेजा है। सीएम को भेजे ज्ञापन के अनुसार पुरोला को जिला बनाने की मांग वर्षों पुरानी है, जिसकी सम्पूर्ण रिर्पोट शासन–प्रशासन को भेजी गई है। उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद से बुद्धिजीवी वर्ग/सामाजिक कार्यकर्ताओं की मुख्य मांग पुरोला को जिला बनाने की रही है। वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने चार नए जिले बनाने की घोषणा की गई थी। जो आजतक लंबित पड़े हैं। संगठन के अध्यक्ष प्रकाश कुमार का कहना है कि कई बार जिले की मांग को लेकर धरना–प्रदर्शन और जन आंदोलन के माध्यम से सरकार को जगाने का काम किया गया। यहां जिला बनाने के लिए जमीन, सरकारी कार्यालय व सरकारी भवन भरपूर उपलब्ध हैं। उसके बावजूद भी सरकार अनदेखी कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते कहा कि यदि जिला मुख्यालय पुरोला नहीं बनाया जाता है। तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। जिसके लिए सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन/प्रशासन की होगी।
ये रहे उपस्थित : पृथ्वी राज कपूर, शांति प्रसाद सेमवाल, नत्थी राम नौटियाल, कमलेश्वर प्रसाद नौटियाल, लोकेश नौटियाल, राधा कृष्ण बडोनी, एडवोकेट राजेश राणा, हिमानी, रामदास सहित अन्य रहे।