पुरोला uttarkashi,, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा है कि एक वर्ष का समय बीत चुका है, लेकिन अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय नहीं मिला है। अंकिता भंडारी का मामला न तो फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया गया और ना ही सीबीआई को सौंपा गया, इससे जगजाहिर है कि यहां कोई न कोई वीवीआईपी था जिसे बचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है, बेरोजगारी और मंहगाई चरम सीमा पर है। स्वास्थ्य सुविधाएं कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
यहां एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अंकिता भंडारी का मामला जानबूझकर लटकाया जा रहा है, एक वर्ष का समय हो गया है लेकिन अंकिता भंडारी एवं उसके परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में महिलाएं सुरक्षित नहीं है, गत डेढ़ वर्ष में राज्य में महिला उत्पीड़न, दहेज, हत्या, बलात्कार के 2496 मामले दर्ज हुए है जिसमें 1196 मामले अकेले बलात्कार के है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में अपराध की घटनाएं दिन प्रति दिन बढ़ रही है, भाजपा सरकार का इस पर कोई अंकुश नही है। अभी हरिद्वार, देहरादून, हल्द्वानी एवं ऋषिकेश में गैर कानूनी कृत्य करते हुए कुछ लड़कियां होटलों में पकड़ी गई हैं जोकि देवभूमि को कलंकित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अभी एक अध्यादेश जारी किया है कि बारह हजार रूपए लाइसेंस देकर कोई भी व्यक्ति 50 हजार लीटर तक शराब अपने घरों में रख सकते है जोकि देवभूमि के साथ एक छलावा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक महिला स्वाभिमान यात्रा निकाली है, उसी यात्रा के तहत राज्य में लोगों को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य वासियों ने एक लड़ाई राज्य निर्माण के लिए लड़ी थी अब एक लड़ाई उत्तराखण्ड को बचाने की है।
ये रहे उपस्थित : प्रदेश महामंत्री एवं जिला प्रभारी नीरज त्यागी, महासचिव शिवानी मिश्रा, जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान, महिला जिलाध्यक्ष ललिता भंडारी, नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन सिंह नेगी, नगर अध्यक्ष कविंद्र सिंह असवाल, मीडिया प्रभारी नौनियाल सिंह राणा, प्रदेश सचिव नारायणी देवी, जिलाध्यक्ष एससी प्रकोष्ठ मोहन लाल भूराटा, ब्लॉक अध्यक्ष अम्बिका हराण, जिला महासचिव जयेन्द्र रावत, बिहारी लाल शाह, मुकेश रावत, आदित्य रांगड़,देवराज रावत सहित अन्य कार्यकर्ता रहे।