नौगांव uttarkashi,, जंगल में घास लेने गई मानड गांव की एक महिला पर गुलदार ने हमला बोलकर पंजों से गहरे जख्म देकर लहुलुहान कर दिया। महिला ने बाहदुरी दिखाते दरांती से गुलदार पर कई वार किए। फिर जाकर गुलदार भाग निकला। महिला ने मौत के मुंह से बचकर नई जिंदगी पाई है। महिला का सीएचसी नौगांव में डॉक्टर आशीष, डॉक्टर कार्तिक और नर्सिंग ऑफिसर निशा नौटियाल द्वारा उपचार किया गया। उसके बाद महिला को घर भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार अपर यमुना वन प्रभाग के नौगांव रेंज के अंतर्गत मानड गांव निवासी मीमा देवी पत्नी स्व पीतांबर दत्त शनिवार सायं 4 बजे अपने पशुओं के लिए घास काटने गांव के पास गई थी। इसी दौरान घात लगाए बैठे गुलदार ने हमलाकर महिला के शरीर पर 4-5 जगह पंजों से गहरे जख्म दे दिए। महिला ने गुलदार के चुंगल से अपनी जान छुड़ाने के लिए बदले में दरांती से कई वार किए। लेकिन तब तक गुलदार के हमले से महिला लहूलुहान हो गई। महिला के चीखने/चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने शोर मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया। उसके बाद परिजनों द्वारा लहूलुहान हालत में महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर आशीष, डॉक्टर कार्तिक और नर्सिंग ऑफिसर निशा नौटियाल द्वारा महिला का उपचार किया गया। उसके बाद महिला को घर भेज दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है क्षेत्र में आजकल शाम ढलते ही मानव बस्ती में गुलदार आ धमक उठता है, जिससे लोगों में भय का माहौल है। लोग रात होने से पहले घरों में दुबकने को मजबूर हैं। उन्होंने वन विभाग से पीड़ित महिला को उचित मुआवजा देने के साथ क्षेत्र में कर्मचारियों की गश्त लगाने की मांग की है।