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“हक–हकूकों की लड़ाई लड़ने के लिए हमारे प्रेरणास्रोत हैं शहीद आंदोलनकारी”: पालिकाध्यक्ष BARK0T ‘कुतरू’

बड़कोट uttarkashi,, मुख्य अतिथि यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल और पालिकाध्यक्ष विनोद डोभाल ‘कुतरू’ सहित सैकड़ों लोगों ने आज तिलाड़ी शहीद स्थल पहुंचकर स्मारक पर पुष्पांजलि कर आंदोलनकारियों को याद कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही सभी ने शहीदों से प्रेरणा लेकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने का संकल्प लिया।

यमुना नदी तट पर स्थित शाहिद स्थल पर शुक्रवार (30 मई) को नगर पालिका परिषद बड़कोट द्वारा हर वर्ष की भांति इस बार भी रिमझिम बारिश के बीच तिलाड़ी शहीद दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में पहुंचे जनप्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलनरत सैकड़ों कर्मचारियों ने तिलाड़ी कांड के वीर शहीदों को याद करते स्मारक पर पुष्पांजलि कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही शहीदों से प्रेरणा लेकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने का संकल्प लिया। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष विनोद डोभाल कुतरू ने कहा कि हकहकूकों की लड़ाई के लिए हमारे प्रेरणास्रोत हैं शहीद आंदोलनकारी।

‘पुरानी पेंशन बहाली’ के प्रदेश अध्यक्ष जीतमणी पैन्यूली 0R जिलाध्यक्ष उत्तरकाशी जयप्रकाश बिजल्वाण ने कहा आज हम यहां तिलाडी के शहीदों की कुर्बानी से सीख लेते अपनी लड़ाई मुकाम तक पहुंचाने के संकल्प लेकर जा रहें हैं। पुरानी पेंशन बहाली का यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल और नगरपालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल ने भी समर्थन किया। शहीद दिवस कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष कुतरू व ‘पुरानी पेंशन बहाली’ के पदाधिकारियों ने शहीदों के परिजनों को फूलमाला पहनाकर शॉल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही आंदोलनकारियों के परिजनों को आगामी तिलाड़ी शहीद दिवस कार्यक्रम को भव्य रूप देने का विश्वाश दिलाया है। कार्यक्रम का संचालन ईओ जयनंद सेमवाल ने किया। कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष कुतरू ने हिंदी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों को बधाई और शुभकामनाएं देते मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के बाद पर्यावरण मित्रों द्वारा शहीद स्थल के आसपास सफाई अभियान चलाकर कूड़ा एकत्र किया गया। इस दौरान नगर पालिका के द्वारा सभी के लिए सूक्ष्म जलपान की व्यवस्था भी की गई।

ये रहे उपस्थित

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, अबल चंद कुमाईं, भाजपा नेता प्रताप सिंह रावत, रविन्द्र चौहान, विशालमणी रतूड़ी, राजेंद्र सिंह रावत, जनक सिंह राणा, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जयदेव सिंह राणा, कपिल देव रावत, जनक सिंह राणा, रुकम सिंह असवाल, पूरण सिंह रावत, सांतनु शर्मा, सूर्या पंवार, श्याम सिंह चौहान, कैलाश राणा, भूपेंद्र सिंह, संजय नौटियाल, रोहित रावत, मनमोहन रावत, प्रदीप ज़्याडा, दीपेंद्र रावत, नीरज चौहान सहित पुलिस/प्रशासन के लोग मौजूद रहे।

इसलिए मनाया जाता है, तिलाड़ी शहीद दिवस

30 मई 1930 को रवाईं घाटी के लोग yamuna नदी तट पर स्थित (तिलाड़ी मैदान) में अपने जल, जंगल, जमीन (हक–हकूकों) के लिए एकत्र हुए थे। इसी दौरान टिहरी रियासत के अधिकारियों ने इन निहत्थे ग्रामीणों पर गोलियां चला दीं। जिससे कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग यमुना नदी में डूब गए। यह घटना उत्तराखंड में ‘रवाईं ढंडक’ और “गढ़वाल का जलियांवाला बाग” के नाम से भी जाना जाता है।

सम्मानित शहीदों के परिजन

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